
गौरतलब है कि पिछले नौ दिनों से एनआरएचएम कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर थे। कर्मचारियों की हड़ताल के बाद सरकारी अस्पतालों में कामकाज पूरी तरह से ठप हो गया था। मरीज अस्पतालों में भटकते फिर रहे थे तथा एंबुलेंस सेवा भी ठप हो गई थी। कर्मचारियों की हड़ताल के बाद अस्पतालों में बिगड़ी व्यवस्था को देखते हुए 14 दिसंबर को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने एनएचएम कर्मचारियों से बात की तथा उनकी मांगे मान ली। इसके बाद हड़ताल खत्म करने का एलान कर दिया गया।
बता दें कि एनआरएचएम कर्मचारी समान वेतन की मांग को लेकर उग्र आंदोलन पर उतर आए थे। पहले उन्हे नजर अंदाज किया गया। फिर आश्वासन दिया गया लेकिन जब कर्मचारी नहीं मांने तो उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई। बर्खास्त करने की प्रक्रिया भी चली लेकिन अंतत: 9 दिन के संघर्ष के बाद हड़ताली कर्मचारियों को राहत मिल ही गई।