भोपाल। कोलारस विधानसभा उपचुनाव में सहरिया आदिवासियों के वोट हासिल करने के लिए सीएम शिवराज सिंह ने प्रदेश में पहली बार सहरिया सम्मेलन का आयोजन किया। महिलाओं को 1000 रुपए प्रतिमाह देने का ऐलान किया और अगले सप्ताह उन्हे चैक बंटने वाले हैं। इधर अधिकारियों ने उनकी पूरी प्लानिंग पर पानी फेर दिया। खबर आ रही है कि शिवपुरी के सहरिया आदिवासी सम्मेलन में 9 दिसंबर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जिन कन्याओं की पूजा करके उपहार दिए थे, वो उनके जाते ही अफसरों ने वापस ले लिए। यही नहीं अफसरों ने जिन नए कपड़ों में आदिवासी लड़कियों को सम्मेलन में भेजा था, वो भी वापस ले लिया गया। अब मामला सामने आने पर कलेक्टर कह रहे हैं कि लड़कियों और परिजनों को उपहार की राशि पर भ्रमित किया गया है।
यह है मामला...
9 दिसंबर को शिवपुरी के सेसई गांव में सहरिया आदिवासी सम्मेलन हुआ था। इस सम्मेलन में शिवराज सिंह चौहान ने आदिवासी लड़कियों को देवी मानते हुए पैर धोकर पूजा की थी। इसके बाद उन्हें उपहार स्वरूप लिफाफे में रुपए दिए गए थे। शिवपुरी के अफसरों ने इन आदिवासी कन्याओं को नए कपड़े पहनाकर सम्मेलन में भेजा था। सम्मेलन खत्म होने के बाद लड़कियों से नए कपड़े एक मैडम ने वापस ले लिए। लड़कियों और उनके पेरेंट्स का कहना है कि उपहार स्वरुप 2100 रुपए दिए गए थे। इसमें से केवल 100 रुपए उनके पास हैं और शेष 2000 रुपए मैडम लेकर चली गईं। हालांकि पेरेंट्स ये नहीं बता पाए कि मैडम कौन थीं। यह मामला शिवपुरी कलेक्टर तरुण राठी के पास पहुंच गया है।
कलेक्टर बोले पेरेंट्स को भ्रमित किया
कलेक्टर राठी का कहना है कि सीएम ने कन्याओं की पूजा करके उन्हें लिफाफे में 100 रुपए और एक स्वेटर दिया था। 2000 रुपए की बात आदिवासियों को भ्रमित करने वाली है। अब नए कपड़े किसने पहनाए और वापस लिए, इसकी जांच की जाएगी। अब इस मामले के खुलासे के बाद हड़कंप की स्थिति है और अफसर उस मैडम को खोज रहे हैं, जो लड़कियों को लेकर सम्मेलन में लाई थी। जानकारी के मुताबिक यह जिम्मेदारी महिला एवं बाल विकास विभाग के अफसरों को दी गई थी।