पाली/राजस्थान। पाली जिले में सांडेराव थाना इलाके के केनपुरा-चाणौद मार्ग पर श्रीमणिभद्र जैन तीर्थस्थल से बदमाश शनिवार देर रात जैन संत आचार्य भाग्यपूर्ण सूरीश्वर महाराज का अपहरण कर ले गए। एक शिष्य भाग्यलब्धि महाराज ने विरोध किया तो चाकू से वार कर उन्हें घायल कर दिया। नकाबपोश आरोपी संत को जीप में डालकर ले गए और पूरे रास्ते मारपीट की। इस मामले में आचार्य भाग्यपूर्ण के भक्तों ने मुनि भाग्य शेखर विजय पर संदेह जताया है।
आरोपियों ने संत परंपरा के वस्त्र उतरवा कर पायजामा पहनाया और जंगल में फेंककर फरार हो गए। रविवार तड़के 4 बजे एक युवक ने संत के कहराने की आवाज सुनकर पुलिस को सूचना दी। घटनाक्रम में इसी तीर्थस्थल में रहने वाले एक अन्य जैन संत मुनि भाग्य शेखर विजय महाराज की भूमिका बताई जा रही है। शिष्यों का आरोप है कि मुख्य गेट बंद था और आरोपियों ने चाबी गेट के पास रहने वाले मुनि भाग्य शेखर विजय से ली। हालांकि, मुनि भाग्य शेखर ने कहा कि आरोपियों ने जालोर से आना बताते हुए चाबी मांगी थी, इसलिए दे दी।
बेशकीमती जमीन व तीर्थस्थल की सत्ता का विवाद तो नहीं
संत का उपचार सुमेरपुर के भगवान महावीर अस्पताल में चल रहा है। घटना के पीछे तीर्थस्थल की सत्ता कब्जाने, ट्रस्ट भंग कर देने का विरोध सहित फोरलेन मार्ग पर स्थित इस तीर्थस्थल की बेशकीमती जमीन पर कब्जे की नीयत की आशंका से जांच की जा रही है।