जालंधर। भार्गव कैंप के मेन बाजार में 35 साल के खिलौना व्यापारी दीपक बांगड़ ने सोमवार शाम घर में फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। दीपक की पत्नी बलजिंदर बेवी 3 साल से उससे अलग रह रही थी। पत्नी ने दीपक पर गुजारा भत्ता के लिए केस फाइल कर दिया था। दीपक के पिता का आरोप है कि उनकी बहू और उसके जीजा के बीच अवैध रिश्ते हैं। इसी के कारण वो घर छोड़कर चली गई थी और इसी तनाव के चलते दीपक ने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने दीपक की पत्नी और उसके जीजा के खिलाफ केस फाइल कर लिया है।
मकान नंबर-37 में शाम 6.30 बजे पिता ने बेटे की लाश फंदे से लटकती देखी। 20 मिनट पहले ही घर के नीचे बनी खिलौने की दुकान पर अपने एक्सईएन दोस्त के साथ बैठे पिता को दीपक बांगड़ कहकर गया कि - आप बैठो, मैं चाय बनाकर देता हूं। जब पिता को लगा कि काफी देर हो गई है तो वह ऊपर गए। दूसरी मंजिल पर बेटे ने चादर गले में लपेट पंखे से फंदा लगाया हुआ था। उसने दोस्तों को बुलाकर परिवार के बाकी सदस्यों को फोन किया। थाना भार्गव कैंप पुलिस जांच कर रही है।
जीजा ने भड़काया तो घर छोड़कर चली गई
पिता श्याम लाल ने बताया कि दीपक की 10 साल पहले दसूहा निवासी बलजिंदर के साथ शादी हुई थी। उनका 9 साल का बेटा नवरत्न है। बेटे को टीबी थी। इसीलिए कलेश शुरू कर दिया। उसका जीजा रेशम बहू को भड़काने लगा। तीन साल पहले बेवी ने हमारे खिलाफ केस कर दिया और 9 साल के बेटे नवी को छोड़कर मायके चली गई। दीपक के पिता श्याम ने बताया कि व बिजली महकमे से एलडीसी रिटायर हुए हैं। पौते नवी को तीन घंटे बाद उसके पिता की मौत के बारे में बताया। उनका एक अबादपुरा में भी घर है। दुकान बेटा चलाता था। घर में कंस्ट्रक्शन चल रही थी।