भोपाल। रविवार को पंचायत सचिवों के द्वारा राज्यस्तरीय बैठक का आयोजन हनुमान मंदिर धर्मशाला तुलसीनगर भोपाल में किया गया था। बैठक में प्रदेश भर से ब्लाक कार्यकारिणी, जिला कार्यकारिणी एवम प्रदेश कार्यकारिणी के लगभग 1000 पंचायत सचिव उपस्थित हुए थे। पंचायत सचिवों में सरकार द्वारा मुख़्यमंत्री की बार बार घोषणा के बाद भी आदेश जारी ना होने पर नाराजगी तो थी ही साथ ही कदाचरण के कारण संगठन से निष्कासित किये गए कुछ लोगों के द्वारा सरकार को सचिव संगठन में फूट होने की गलत जानकारियां देने पर भी भारी रोष था।
राज्यस्तरीय बैठक में पंचायत मंत्री गोपाल भार्गव अचानक आ पहुंचे। मंत्री के अचानक पहुंचने से उपस्थित पंचायत सचिवो में उत्साह आ गया। उपस्थित पदाधिकारियो ने मंत्री का जमकर स्वागत किया और मंत्री गोपाल भार्गव को पंचायत सचिव संगठन का सरंक्षक बनने का प्रस्ताव भी विनम्रतापूर्वक रखा, जिस पर मंत्री ने अपनी सहमति भी दे डाली।
पंचायत मंत्री गोपाल भार्गव ने मंच से संबोधित करते हुए संगठन की मांगों के निराकरण शीघ्र किये जाने का आश्वाशन दिया और कहा- छटवां वेतनमान, अनुकंपा के आदेश में संसोधन, मातृत्व- पितृत्व अवकाश सहित सारी मांगे आपकी जायज हैं। मुख़्यमंत्री महोदय के साथ बैठकर शीघ्र हम निर्णय लेने वाले है, इसके साथ ही हम आपका ऐसा कैडर बनाने पर विचार कर रहे जिससे प्रदेश में पंचायत सचिवों की अलग पहचान बन जाये और आपको बार बार कुछ मांगना ना पड़े। पंचायत मंत्री ने कहा- पंचायत सचिवों ने 22 साल अमूल्य समय देकर दिन-रात काम करके सरकार का साथ दिया है गावों की तस्वीर बदली है, हम आपके उत्थान में कोई कमी रहने देंगे, आपकी फिक्र आज से मेरी फिक्र।
कार्यक्रम के समापन के अवसर पर उपस्थित पंचायत सचिवों ने मंत्री गोपाल भार्गव से कहा- हम सभी उपस्थित लोग प्रदेश के 313 ब्लाको के पदाधिकारी है, हम सब एक है सरकार को संगठन से कदाचरण के कारण निकाले हुए कुछ लोग फूट होने की गलत जानकारी दे रहें, ये सरकार और सचिव संगठन के बीच मे खाई बनाना चाहते है, हमारा संगठन एक है और आपके साथ है, मंत्री ने कहा- मैं सब जानता हूँ, यदि भ्रम में रहते तो आपके बीच मे क्यों आता।