भोपाल। नियमितीकरण की मांग को लेकर मध्यप्रदेश के हजारों अतिथि शिक्षक एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एक बार फिर मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में आ जुटे हैं। वो लगातार नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं परंतु सरकार आश्वासन देकर उन्हे वापस भेज देती है। इससे पहले भी भोपाल में अतिथि शिक्षकों के कई प्रदर्शन हो चुके हैं। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने कुछ रोज पहले भोपाल में 8 घंटे तक हाइवे जाम कर दिया था। प्रदर्शन राजधानी के शाहजहानी पार्क में चल रहा है।
इस बार अतिथि शिक्षकों के साथ आंगनबाड़ी कर्मियों के नियमतीकरण की मांगों को लेकर भी आंदोलन हो रहा है। दो दिवसीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के खिलाफ नींद हराम आंदोलन का शंखनाद हो चुका है। हजारों की संख्या में भीड़ मैदान में जुटी है और सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। समिति के प्रदेशाध्यक्ष शंभूचरण दुबे ने बताया कि अगर सरकार हमारी मांगों को दो दिन में नहीं मानी तो जल सत्याग्रह या जल समाधि लेने पर उतारू होंगे।
उनका कहना है कि प्रदेश में स्कूल शिक्षा में कार्यरत 1,72,000 अतिथि शिक्षक को 2400 रुपए प्रतिमाह का वेतनमान दिया जा रहा है। वहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता या सहायिका को 5000 या 2500 न्यूनतम वेतन देकर शोषण किया जा रहा है। इस दो दिन के आंदोलन में पूरे प्रदेश से लाखों की संख्या में अतिथि शिक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, आशाकर्मी शामिल होंगी।
मंत्री ने कहा बात करेंगे, वेतन बढ़ा देंगे
अतिथि शिक्षकों के आंदोलन पर शिक्षा मंत्री दीपक जोशी का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि आंदोलन करने से नहीं बातचीत से ही हल निकालेंगे। 10 सालों से काम कर रहे अतिथि शिक्षकों के मानदेय बढ़ाने को लेकर विचार चल रहा है। हम बात चीत कर धरना दे रहे अतिथी शिक्षको को समझायेंगे।