भोपाल। मप्र कर्मचारी कांग्रेस के तत्वाधान में कार्यभारित कर्मचारियों, सरदारी कर्मी, पेशंनर्स, निगम मंडलों एवं सहकारी संस्थाओं, संविदा कर्मियों को सातवां वेतनमान देने तथा अन्य लंबित मांगों के शीध्र निराकरण की मांगों को लेकर आज "अधिकार दिवस" मनाते हुए विंध्याचल भवन परिसर में धरना प्रदर्शन कर नारेबाजी। राज्य शासन से सभी वर्गों के कर्मचारियों को सांतवा वेतनमान देने, 6वें वेतनमान के विसंगति पूर्ण वेतनमानो एंव ग्रेड पे सुधार, अग्रवाल वेतन आयोग की अनुशंसाऐ , सेवानिवृत्ति आयु एक समान करने वृत्ति कर समाप्ति, अंडरटेकिंग लेकर कर्मचारियों को सशर्त पदोन्नति देने सहित विभिन्न मांगों के शीध्र निराकरण करने का मुख्यमंत्री से आग्रह किया।
इस अवसर पर आयोजित सभा को संगठन के प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र खोंगल, भुवनेश्वर पटेल हीरालाल चोकसे , सुरेन्द्र निगम,तय्यब अली,आदर्श शर्मा, अनिल बाजपेई,बी डी गोतम,शोऐब सिद्धिकी, महेंद्र शर्मा, गजेन्द्र कोठारी आदि ने सम्बोधित करते हुए राज्य शासन द्वारा कर्मचारियों के साथ की जा रही भेदभाव पूर्ण नीति का तीव्र विरोध किया।
उन्होंने कहा कि जब तक मुख्यमंत्री द्वारा कर्मचारियों से कितने वादे के अनुरूप राज्य के सभी कर्मचारियों एवं पेंशनर्स को सातवां वेतनमान एवं अन्य लंबित मांगों का निराकरण नहीं किया जाता तब तक सभी जिला तहसील एवं विकास खंड स्तर पर लगातार आन्दोलन किए जाएंगे वक्ताओं ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि कर्मचारियों की अनदेखी करना सरकार को बहुत मंहगी पङेगी।
धरना प्रदर्शन आन्दोलन को लघु वेतन कर्मचारी संघ, पशु चिकित्सा विभाग,दुग्ध संघ, कर्मचारी संघ, विधुत मंडल,गृह निर्माण, ऊर्जा विकास, नागरिक आपूर्ति,वेयर हाउसिंग, एवं तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ ने समर्थन किया।