भोपाल। भिंड में अटेर विधानसभा उपचुनाव के दौरान हुए EVM कांड में भिंड कलेक्टर इलैया टी राजा को नोटिस थमाने की तैयारी कर ली गई है। बता दें कि अटेर उपचुनाव के दौरान वीवीपैट (वोटर वैयरीफायबल पेपर ऑडिटट ट्रेल) के प्रदर्शन में गड़बड़ी हुई थी। आरोप है कि वोट किसी को भी डाले गए, लेकिन पर्ची भाजपा की ही निकली। उस समय इसे लेकर काफी हंगामा हुआ और निर्वाचन आयोग ने कलेक्टर को हटा दिया। भाजपा यहां से चुनाव हार गई थी। शिवराज सिंह ने कलेक्टर को वापस भिंड भेज दिया था। अब नोटिस दिया जा रहा है। मुरैना कलेक्टर भास्कर लक्षकार एक मीटिंग में अनुपस्थित रहे इसलिए उन्हे नोटिस दिया जा रहा है।
सामान्य प्रशासन विभाग ने भिंड कलेक्टर इलैया राजा टी को दिए जाने वाले आरोप पत्र का मसौदा चुनाव आयोग को भेज दिया है। वहीं, मुरैना कलेक्टर भास्कर लक्षकार के मतदाता सूची और ईआरओ नेट संबंधी बैठक से अनुपस्थित रहने पर कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। इसके मद्देनजर उन्हें कारण बताओ नोटिस दिया जा रहा है।
अटेर विधानसभा के उपचुनाव की तैयारियों के दरम्यान वीवीपैट (वोटर वैयरीफायबल पेपर ऑडिटट ट्रेल) के प्रदर्शन में गड़बड़ी हुई थी। वोटर स्लिप एक ही पार्टी की निकलने के कथित आरोप को गंभीरता से लेते हुए चुनाव आयोग ने विशेष पर्यवेक्षक भेजकर चुनाव कराया था।
साथ ही इस पूरे मामले की जांच भी कराई थी। इसमें कलेक्टर की लापरवाही इस मायने में मानी गई कि उन्हें प्रदर्शन से पूर्व यह जांच करा लेनी थी कि मशीन खाली हो चुकी है या नहीं। इस मामले के चलते भिंड कलेक्टर को मतदान से पहले हटा दिया गया था लेकिन चुनाव बाद उन्हें फिर वहीं पदस्थ कर दिया गया। वीवीपैट से जुड़े मामले को लेकर आयोग ने शासन से भिंड कलेक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा था।
इसके मद्देनजर सामान्य प्रशासन विभाग ने कलेक्टर को आरोप पत्र देने का फैसला किया है। इसका मसौदा भी मंजूरी के लिए चुनाव आयोग को भेज दिया है। इसकी पुष्टि सामान्य प्रशासन विभाग और मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के उच्च पदस्थ अधिकारियों ने की है।
उधर, चुनाव आयोग के निर्देश पर प्रदेश में चल रहे मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम की समीक्षा और ईआरओ नेट को लेकर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सलीना सिंह ने पिछले माह बैठक बुलाई थी। इसमें मुरैना कलेक्टर शामिल नहीं हुए।
सूत्रों के मुताबिक उन्होंने बैेठक से अनुपस्थित रहने को लेकर कोई सूचना भी निर्वाचन कार्यालय को नहीं दी। इसे चुनाव कार्य में लापरवाही मानते हुए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने शासन को कलेक्टर से स्पष्टीकरण लेने के लिए कहा था। इसके मद्देजनर सामान्य प्रशासन विभाग ने मुरैना कलेक्टर को कारण बताओ नोटिस जारी करने की तैयारी कर ली है।