नई दिल्ली। भारत विरोध के चलते पाकिस्तान वर्षों से अरबों डालर की कमाई करता रहा है। कभी आतंकवाद से निपटने के लिए अमेरिका की मदद तो कभी चीन की सहायता हासिल करता रहा है। चीन भी भारत पर दवाब बनाने के लिए पाकिस्तान को बढ़ावा देता आया है परंतु चीन की महत्वाकांक्षी परियोजना चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (China–Pakistan Economic Corridor) (CPEC) में भ्रष्टाचार का खुलासा होने के बाद चीन ने पैसा रोक दिया है। अब पाकिस्तान तनाव में है और चीन को मनाने की कोशिशें कर रहा है।
मंगलवार को जारी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चीन के इस कदम से पाकिस्तान के अधिकारी स्तब्ध हैं। समाचार पत्र 'डॉन' के अनुसार चीन सरकार के इस फैसले के कारण पाकिस्तान नैशनल हाइवे अथॉरिटी (NHA) के अरबों डॉलर की सड़क परियोजनाओं को झटका लगेगा। इसके कारण कम से कम तीन परियोजनाओं में देरी की आशंका पैदा हो गई है।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के अनुसार पेइचिंग द्वारा नई गाइडलाइंस जारी होने के बाद अब फंड जारी किया जाएगा। CPEC चीन के प्रतिष्ठित 'वन बेल्ट वन रोड' परियोजना का हिस्सा है। यह परियोजना पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के हिस्से से भी गुजरेगी। इस परियोजना के जरिए चीन का शिनजियांग इलाका पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत से जुड़ेगा।
चीन द्वारा फंड रोके जाने के कारण जिन रोड परियोजनाओं पर असर पड़ेगा उनमें 210 किलोमीटर लंबा डेरा इस्माइल खान-झोब रोड 81 अरब की लागत से बन रहा है। इसके अलावा 110 किलोमीटर लंबा खुजदार-बसिमा रोड करीब 20 अरब की लागत से बन रहा है। तीसरी परियोजना जो फंड रोके जाने से प्रभावित हो सकती है वह है रायकोट से थाकोट के बीच काराकोरम हाइवे। 136 किलोमीटर लंबी इस सड़क के निर्माण पर करीब 8.5 अरब रुपये खर्च होने का अनुमान है।