जबलपुर। महिला थाना प्रभारी सुष्मिता नियोगी पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने एक बलात्कार पीड़िता को चरित्रहीन बताकर भगा दिया। महिला टीआई ने आरोपी को थाने बुलाकर उसके सामने पीड़िता को जलील किया। पीड़ित युवती कटनी की रहने वाली है। मंगलवार को उसने एसपी शशिकांत शुक्ला के सामने प्रस्तुत होकर जनसुनवाई में अपनी पूरी कहानी बताई। एसपी ने मामले की जांच सीएसपी कोतवाली को सौंपी है।
जनसुनवाई में पहुंची कटनी निवासी 25 वर्षीय युवती ने बताया कि 7 साल पहले उसकी शादी हुई थी लेकिन कुछ ही महीने में तलाक हो गया। जिसके बाद उसकी मुलाकात मंडला निवासी अंकित पिपलानी से हुई थी। अंकित अपने मामा राकेश पिपलानी रॉकी के साथ जबलपुर में रहकर व्यापार करता है। उसकी अंकित से मुलाकात एक रिश्तेदार के घर पर हुई थी। जहां अंकित ने उससे शादी का वादा करते हुए तीन साल तक दुराचार किया। बाद में अंकित अपने वादे से मुकर गया। इससे परेशान होकर गुरुवार को वह महिला थाने में शिकायत करने पहुंची थी।
युवती के अनुसार महिला थाना प्रभारी नियोगी ने अंकित को थाने बुलाया था। जहां वह अपने मामा राकेश के साथ आया था। राकेश ने अंकित से उसकी शादी कराने के लिए कहा था लेकिन वह नहीं मानी तो टीआई नियोगी से उसे धमकाना शुरू कर दिया। युवती के अनुसार एक सप्ताह बीतने के बाद जब वह थाने पहुंची तो महिला थाना प्रभारी उस पर आपत्तिजनक आरोप लगाने लगीं। कहा 'तुम्हारी जैसी लड़कियां सिर्फ पैसों के लिए पहले अवैध संबंध बनाती हैं, फिर ब्लैकमेल करने लगती हैं। मेडिकल करवाऊंगी तो पता चलेगा कि तुमने कितने लोगों को फंसाया है।'