खंडवा। मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में एक आदिवासी युवती और पंजाब के युवक के बीच हुई लवमैरिज एक अजीब मोड़ पर आ गई है। लव मैरिज के बाद युवती अपनी सुसराल में रही, फिर मायके आ गई लेकिन जब वापस ससुराल गई तो रेलवे स्टेशन पर पति उसे लिवाने नहीं आया। वो इंतजार ही करती रह गई। उसके पास से पति का मोबाइल नंबर गुम हो गया है और उसे अपनी ससुराल वाले गांव तक का नाम याद नहीं है।
खंडवा जिले में खालवा के कोरकू बहुल ग्राम मातापुर की 20 वर्षीय युवती को गांव में जेसीबी मशीन चलाने के लिए आए पंजाब के युवक से प्रेम हो गया। दोनों ने गत सितंबर माह में प्रेम विवाह कर लिया। इसके बाद अमृतसर के पास युवक के पैतृक गांव दोनों चले गए। युवती ने बताया कि करीब एक माह ससुराल में वह परिवार के साथ रही। वहां कोई भी परेशानी या दिक्कत नहीं हुई। युवती ने कुछ दिन बाद घर मायके जाने की बात पति से कही। पति ने उसे अमृतसर से ट्रेन में बैठा दिया। यहां आठ-दस दिन रहने के बाद पति को फोन कर आने की बात कही तो उसने अमृतसर स्टेशन पर उसे लेने आने का कहा। इस पर युवती अमृतसर के लिए ट्रेन से रवाना हो गई।
वहां स्टेशन पर कई घंटे इंतजार के बाद भी पति लेने नहीं आने पर उसने अपने स्तर पर तलाश करने का प्रयास किया। बाद में अमृतसर पुलिस को अपनी परेशानी बताई। पुलिस ने भी अमृतसर के आसपास के शहर और गांवों में तलाश किया लेकिन सफलता नहीं मिली। अंतत: पुलिस युवती को उसके परिजनों को सौंपने के लिए मंगलवार को खालवा पहुंची। यहां स्थानीय पुलिस की मदद से युवती को परिजनों के सुपूर्द कर दिया।
गांव का नाम नहीं पता, पति का नंबर खो गया
युवती ने बताया कि उसे ससुराल के गांव का नाम नहीं पता। उसे दिया गया मोबाइल फोन नंबर भी में रास्ते में कहीं गुम हो गया। ऐसे में उसे केवल इतना पता था कि अमृतसर से दो-ढाई घंटे की दूरी पर उसके पति का गांव है। इस आधार पर पंजाब पुलिस ने आसपास के गांवों में तलाश की। ससुराल में रहने के दौरान उसे कभी भी ऐसा एहसास नहीं हुआ कि उसके साथ इस तरह का धोखा होगा।
खालवा थाना प्रभारी बीएस चौहान ने बताया कि पंजाब पुलिस के एक एएसआई और महिला कांस्टेबल युवती को लेकर आए थे। वह पंजाब में अपने पति को तलाश रही थी। युवती खालवा क्षेत्र के मातापुर की रहने वाली होने से उसे परिजनों को सुपूर्द किया गया है। इस संबंध में युवती द्वारा कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई गई है।