इंदौर। एमपी एजुकेशन पोर्टल पर शिक्षा विभाग की रिक्त पदों की सूची में भारी गड़बड़ियां सामने आ रही है। अध्यापक संवर्ग के कुल रिक्त पदों की आधे से ज्यादा जानकारी गलत है। ऑनलाइन आवेदन करने के बाद जब अध्यापक संबंधित स्कूलों में पहुंच रहे हैं तो कहीं पहले से अतिशेष शिक्षक मिल रहे हैं तो कहीं स्कूल ही बंद हो चुके हैं। वर्षों बाद अध्यापक संवर्ग के तबादले से प्रतिबंध हटा तो कई अध्यापकों में खुशी छा गई। अध्यापकों ने ट्रांसफर के लिए ऑनलाइन आवेदन कर विकल्प भर दिए। इसमें इंदौर के आसपास धार, झाबुआ, शाजापुर, देवास सहित कई गांवों में नौकरी करने वाले अध्यापकों ने आवेदन किया।
स्कूल शिक्षा विभाग ने एजुकेशन पोर्टल पर करीब 45 स्कूलों में अध्यापक संवर्ग के रिक्त पद बताए। इसी आधार पर अध्यापकों ने विकल्प भरे थे, लेकिन आवेदन के बाद जब अध्यापकों ने संबंधित स्कूलों में पता किया तो ज्यादातर स्कूलों में पद भरे हुए थे। कई स्कूल तो संविलियन होने से बंद हो गए। सिर्फ 6 स्कूल में ही वास्तव में पद रिक्त मिल रहे हैं जबकि शिक्षा विभाग ने प्राथमिक स्कूल कन्या रंगवासा, बालक रंगवासा, देवधर्म फिल्टर स्टेशन, प्राथमिक स्कूल नयाबसेरा, मुंडला नायता, रालामंडल, जंबुडी हप्सी सहित 45 प्राथमिक स्कूलों के नाम जारी किए थे।
आवेदकों में ज्यादातर महिला शिक्षक है जो विवाह के बाद ससुराल वाले स्थान पर स्कूल में तबादला चाहती है। दूर दराज से पहुंचने वाले अध्यापकों को निराशा मिल रही है। जिलाशिक्षा अधिकारी सुधीर कौशल ने बताया कि सूची की गड़बड़ी को ठीक किया जा रहा है। अध्यापकों को रिक्त स्थान पर भेजा जा रहा है।