जबलपुर। मध्यप्रदेश प्रगतिशील ब्राह्मण महासभा के 72वें अधिवेशन में पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी ने कहा कि राज्य की राजनीतिक दिशा में अब ब्राह्मण तय करेंगे। ऐसा इसलिए भी होगा क्योंकि ब्राह्मण स्वयं में पूर्ण आचरण संहिता की गरिमा रखते हैं। इस देश की व्यवस्था को संचालित करने में ब्राह्मणों का योगदान महत्वपूर्ण रहा है। ब्राह्मणों का जानबूझकर अपमान और निरंतर की जा रही उपेक्षा अब असहनीय हो गई है। लिहाजा, इस अधिवेशन में पारित होने वाले प्रस्ताव ब्राह्मण समाज के परमादेश की तरह हैं, जिनके प्रति पूर्णतया प्रतिबद्घ हूं।
मेरी तीन पीढ़ियां इस अधिवेशन से जुड़ीं
अधिवेशन में मुख्य अतिथि उद्योग राज्यमंत्री संजय पाठक ने कहा कि प्रदेश के निर्धन ब्राह्मणों को छात्रवृत्ति दिलवाने सरकार के समक्ष प्रस्ताव रखूगा। मेरे परिवार की तीन पीढ़ियां इस अधिवेशन से संबंधित रही हैं। मेधावी ब्राह्मण महासभा के माध्यम से संपर्क करेंगे, तो उनकी कोचिंग की फीस मेरी तरफ से व्यक्तिगत रूप से भरी जाएगी।
5 घंटे चला अधिवेशन, 10 हजार ब्राह्मण हुए एकत्र
स्व. पं. प्रेमशंकर तिवारी अधिवक्तापुरम् गोविंदगंज मैदान में दस हजार ब्राह्मणों ने पांच घंटे तक चले अधिवेशन के दौरान एकमतेन प्रस्ताव पारित किया कि राज्य सरकार पदोन्नति में आरक्षण वापस ले। एससीएसटी एक्ट में वर्तमान गिरफ्तारी पूर्व जमानत को निषिद्घ करने वाली धारा-18 वापस ली जाए। ब्राह्मण युवक-युवतियों की बेरोजगारी की उच्चतम दर 82 प्रतिशत को घटाने राज्य सरकार विशेष पैकेज लाए।
भगवान परशुराम की 101 फीट की प्रतिमा के लिए दिए 5 लाख
अधिवेशन में मौजूद रहे पश्चिम क्षेत्र के कांग्रेस विधायक तरुण भनोत ने जबलपुर के उपनगरीय क्षेत्र गढ़ा अंतर्गत सूपाताल में भगवान परशुराम की 101 फीट की प्रतिमा की स्थापना के लिए 5 लाख रुपए प्रारंभिक सहयोग बतौर प्रदान किए। साथ ही भरोसा दिलाया कि इस निर्माण का शेष व्यय भी जनसहयोग से वहन किया जाएगा।
इनका हुआ सम्मान
अधिवेशन के दूसरे चरण में डॉ.बीएल मिश्रा, हरीश चौबे, श्रीमती सुनयना पटैरिया, विवेक रंजन पाण्डेय, काशीनाथ शर्मा, गीता त्रिवेदी, अजीत शर्मा, संदीप मिश्रा, अविनाश दीक्षित, राजेश शर्मा, राहुल मिश्रा, पवन पाण्डेय, प्रतीक अवस्थी, अनुभा त्रिवेदी, ओजस्वनी तिवारी, ऋषिता पाठक, मंशा तिवारी, साक्षी शुक्ला, डॉ.अमितेष चतुर्वेदी, को अलंकृत किया गया।
ये थे उपस्थित
इस अवसर पर विधायक नीलेश अवस्थी राजेश सोनकर, धीरज पटेरिया, श्रीराम शुक्ला, सुशील शुक्ला, ओंकार दुबे, बाबू विश्वमोहन, आलोक मिश्रा, आलोक चंसोरिया, द्वारका मिश्रा, संपूर्ण तिवारी, ब्रजेश दुबे, व अन्य उपस्थित थे।
महंगी पड़ेगी ब्राह्मण की उपेक्षा
विगत 71 वर्ष में हमने राजनीति की चर्चा नहीं की, लेकिन अब ब्राह्मण राजनीतिक ताकत के रूप में खड़ा हो गया है। इसलिए किसी भी राजनीतिक दल को उसकी उपेक्षा बहुत महंगी पड़ेगी।
आदर्शमुनि त्रिवेदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा