
इस मामले को लेकर गुरुवार को आधी रात के बाद तक सिविल लाइन थाने में हंगामा होता रहा। कार में आग लगने के बाद हालत बिगड़ने की आशंका थी, लेकिन किसी तरह पुलिस ने विवाद को बढ़ने से रोका। हालांकि, इस पूरे मामले में पुलिस और प्रशासन बैकफुट पर नजर आ रहा है। प्रशासन ने कार को जलाए जाने की बात को सिरे से खारिज कर दिया। प्रशासनिक अफसरों का दावा है कि कार में आग कैसे लगी इस बात की जांच की जा रही है।
सतना एसडीएम बलबीर रमन ने बताया कि 42 लोगों के खिलाफ धर्मांतरण की शिकायत मिली है। अभी किसी को इस मामले में हिरासत में नहीं लिया गया है। सभी लोगों से पूछताछ की जा रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।