शिवपुरी। शिवपुरी के रन्नौद में आयोजित अंत्योदय मेले में शिरकत करने के बाद सीएम शिवराज सिंह आज शाम रन्नौद से तीन किमी की दूरी पर स्थित टोकन की सहरिया बस्ती में जा पहुंचे, उनका यहां आने का कोई तय कार्यक्रम नहीं था इसलिए उनके सुरक्षाकर्मी भी चौंक गए। यह बस्ती हैलीपेड के निकट ही थी। सहरिया बस्ती में पहुंचे मुख्यमंत्री ने पहले आदिवासियों से हाथ मिलाया और फिर कुछ सहरिया आदिवासियों को अपने साथ तखत पर बिठा कर उनसे बतियाना शुरु कर दिया।
सीएम के साथ प्रभारी मंत्री रुस्तम सिंह और अधिकारियों का लाव लश्कर भी आ डटा मगर वे सब खड़े नजर आए। सहरिया बस्ती में सीएम के औचक आगमन पर आदिवासियों ने उनका स्वागत किया। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने 20 मिनिट तक उन्हीं की ठेट देहाती शैली में चर्चा की और उन्हें सरकार की मंशा से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने रन्नोद की आदिवासी बस्ती में इस बारे में सहरियाओं के बीच जाकर कहा कि आगामी 25 दिसम्बर से फल और सब्जी के लिए सहायता राशि आदिवासी बहनों के खातों मेंं आना शुरु हो जाएगी।
बता दें कि एक सामाजिक संगठन सहरिया क्रांति के बैनर तले सहरिया समाज के लोग अपनी कुछ परेशानियों का हल तलाशने के लिए रैलियां निकालते रहे हैं। सहरियाओं ने सीएम से भी अपने पट्टों पर दबंगों के कब्जे की शिकायत की जिस पर शिवराज सिंह ने कहा कि जो आदिवासी भाई बहन जहां रह रहे हैं उन्हें वहीं पर पट्टे देकर जमीन का मालिक बनाया जाएगा। बड़े बड़े लोगों ने जिन सहरियाओं की जमीनों पर कब्जे कर रखे हैं उनके कब्जे हटेंगे और जमीनें आदिवासियों को मिलेगी।
इस बीच एक महिला ने कहा कि वे हमरी टपरिया टोरवे फिर रहे हैं, जिस पर सीएम ने उन्हीं की भाषा में एलान किया कि टपरिया नई टूटन देंए चाए कछु हो जाए, जो जहां रह रहा है वह जमीन उसी की होगी। मुख्यमंत्री ने आदिवासियों की बस्ती में हैण्ड पम्प, नलकूप खनन कराए जाने, विद्युत व्यवस्था किए जाने का आश्वासन भी दिया। बता दें कि अब तक प्रशासन इसे अवैध बस्ती कहता रहा है।