
गुरुवार को भाजपा संसदीय दल की बैठक में फिर से प्रधानमंत्री की नाराजगी दिखी। दरअसल वह कई बार कह चुके हैं कि सांसदों को लगातार अपने क्षेत्र के लोगों के संपर्क में होना चाहिए। सरकार की नीतियों का प्रचार-प्रसार भी करना चाहिए। इसके लिए अलग-अलग मंच का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। एक नमो एप भी है, जिस पर सारी जानकारियां होती हैं।
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री ने शिथिलता की ओर ही इशारा करते हुए कहा कि कई लोग तो उनके गुड मार्निंग का जवाब भी नहीं देते हैं। ऐसे में सवाल उठना स्वाभाविक है कि ऐसे सांसद अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों को लेकर कितने संवेदनशील होंगे।