नई दिल्ली। इधर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने 'नीच आदमी' कहकर भाजपा को बड़ा मौका दे दिया तो उधर डभोई विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार शैलेश मेहता 'सोट्टा' (Shailesh Sotta) के एक भड़काऊ बयान ने भाजपा की परेशानियां भी बढ़ा दीं। एक समुदाय विशेष की तरफ इशारा करते हुए भाजपा नेता ने कहा ‘टोपी और दाढ़ीवालों’ की आबादी ‘कम’ करने की जरूरत है। उन्होंने साथ ही कहा कि वह ‘भय की भावना भरने’ के लिए डभोई आए हैं और छिटपुट सांप्रदायिक संघर्ष ना रूके तो एक ‘करारा जवाब’ दिया जाएगा।
भाजपा उम्मीदवार ने वडोदरा जिले में डभोई में एक जनसभा में कहा, ‘‘अगर यहां (भीड़ में) कोई टोपी, दाढ़ीवाला बैठा है तो मुझे माफ करे, लेकिन उनकी आबादी कम करने की जरूरत है। कई नेताओं ने मुझसे कहा कि मैं ऐसा ना कहूं, क्योंकि यह मेरे खिलाफ जा सकता है लेकिन जब 90 प्रतिशत लोग मेरा समर्थन कर रहे हैं तब मैं क्यों 10 प्रतिशत लोगों के बारे में बोलने से रूक जाऊं।
गुजराती में दिए गए उनके भाषण का वीडियो वायरल हो गया है। सोट्टा ने कहा, ‘(वे कहते हैं) आप जिस समुदाय (हिंदू) में जन्मे हैं, उसकी बात ना करें और अगर आप उसकी बात करना चाहते हैं तो फिर चुनाव ना लड़ें लेकिन मैं उस धर्म के लिए चुनाव लडूंगा जिसमें मेरा जन्म हुआ।’ सोट्टा वडोदरा के पार्षद हैं और पहली बार विधानसभा चुनाव में खड़े हैं।
भाजपा उम्मीदवार ने कहा कि उन्हें (मुसलमानों को) छिटपुट संघर्ष (सांप्रदायिक घटनाएं) रोकनी होंगी नहीं तो ‘‘ईंट का जवाब पत्थर से’’ दिया जाएगा। डभोई में 14 दिसंबर को गुजरात चुनाव के दूसरे चरण में चुनाव होगा। उन्होंने कहा, ‘शांति समिति की एक बैठक में एक तड़ीपार ने कहा कि वह भाजपा उम्मीदवार से डरा हुआ है। इसमें कुछ गलत नहीं है।’ सोट्टा ने कहा कि वह खुद डरने नहीं बल्कि ‘लोगों को डराने’ के लिए डभोई आए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं यहां लोगों को डराने आया हूं। मैं खुद नहीं डरने वाला, बल्कि दूसरे मुझसे डरेंगे। और असामाजिक तत्व अगर डर के साये में रहें तो यह इस जगह के लिए जरूरी है।’ सोट्टा से उनकी टिप्पणी के लिए फोन पर संपर्क नहीं किया जा सका। वह सीट से वरिष्ठ कांग्रेस नेता सिद्धार्थ पटेल के खिलाफ खड़े हैं।