
इस दौरान एक युवक ने उनसे प्रश्न किया कि भाजपा नेता लगातार डॉ. बीआर अंबेडकर और संविधान को लेकर विवादित बयान दे रहे हैं, ऐसे में उन्होंने इसका विरोध क्यों नहीं किया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भाजपा संविधान के दायरे में रहकर सभी काम करती है और संविधान का पूरा सम्मान करती है। जिन लोगों ने विवादित बयान दिया है उन्होंने अपनी बात स्पष्ट भी की है।
संविधान को बदलने का प्रश्न ही नहीं होता, इसकी बेहतरी के लिए कुछ संशोधन किए जाते हैं। युवक दोबारा सवाल पूछने लगा तो आयोजक उसे रोकने लगे। इस दौरान केंद्रीय मंत्री के समर्थक और सवाल पूछ रहे युवक के साथी हंगामा करने लगे। हंगामा बढ़ता देख केंद्रीय मंत्री कार्यक्रम बीच में ही छोड़कर निकल गए।
कार्यक्रम से बाहर आकर उन्होंने कहा कि दलित समाज के खिलाफ आने वाले बयानों से युवाओं की भावनाएं आहत होती हैं। वह युवाओं की भावनाओं की कद्र करते हैं। भाजपा दलित समाज के उत्थान और डॉ. अंबेडकर के सिद्धांत पर कार्य करती रहेगी। दूसरी सीओ इंदिरापुरम राकेश मिश्रा और एसएचओ सुशील दुबे का कहना है कि कार्यक्रम में किसी प्रकार का हंगामा हुआ ही नहीं।