पालनपुर/गुजरात। राज्य के ताकत युवा नेताओं में से एक एवं निर्दलीय उम्मीदवार जिग्नेश मेवाणी पत्थरबाजी का शिकार हो गए। उनकी कार पर पथराव किया गया। यह हमला उस समय हुआ जब वो वडगांव के टाकरवाडा और पटोपण गांव में इलेक्शन कैंपेन कर रहे थे। मेवाणी ने सोमवार से प्रचार शुरू किया था। मेवाणी ने ट्विटर से हमले की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पर्चा भरने के बाद से ही समाज के सभी लोगों का सहयोग मिल रहा है। उन्होंने बीजेपी पर अलगाववाद की राजनीति करने और हमला कराने का आरोप लगाया है।
ट्विटर पर जिग्नेश ने लिखा
हमले के बाद जिग्नेश ने कुछ फोटोज ट्विटर हैंडल पर शेयर करते हुए लिखा, "दोस्तों... आज मुझ पर बीजेपी के लोगों ने तकरवाड़ा गांव में अटैक किया। बीजेपी भयभीत हो गई है इसलिए ऐसी हरकत कर रही है, लेकिन मैं तो एक आंदोलनकारी हूं, न डरूंगा न तो झुकूंगा पर बीजेपी को तो हराऊंगा ही। बता दें कि जिग्नेश बनासकांठा जिले के वडगांव-11 सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने उनके खिलाफ कैंडिडेट नहीं उतारा है।
BJP को बताया था सबसे बड़ी दुश्मन
जिग्नेश ने पर्चा दाखिल करने से पहले ट्विटर पर लिखा था, "भाजपा हमारी परम शत्रु है, इसलिए बीजेपी को छोड़कर कोई भी पॉलिटिकल पार्टी (या निर्दलीय प्रत्याशी) हमारे सामने अपना उम्मीदवार खड़ा ना करे। यह हमारा अनुरोध है। लड़ाई सीधी हमारे और बीजेपी के बीच में होने दें। पिछले 22 साल से गुजरात में जो तानाशाही चल रही है, उसके सामने ऊना से लेकर अब तक हमने जो संघर्ष किया है , जो माहौल बनाया है, उससे न सिर्फ गुजरात, बल्कि पूरे देश की जनता वाकिफ है।
कौन हैं जिग्नेश मेवाणी?
मेहसाणा में जन्मे जिग्नेश मेवाणी पेशे से सोशल एक्टिविस्ट और वकील हैं। उन्होंने 'आजादी कूच आंदोलन' चलाया था जिसमें करीब 20 हजार दलितों को मरे जानवर न उठाने और मैला न ढोने की शपथ दिलाई थी। इस दौरान जिग्नेश ने नारा दिया था कि गाय की पूंछ तुम रखो, हमें हमारी जमीन दो। जिग्नेश ने मास कम्यूनिकेशन और लॉ की पढ़ाई की है।