नई दिल्ली। राजधानी के मार्ग पर रेलवे जल्दी ही एल्युमीनियम से बनी रेलगाड़ियां चलाएगा। ट्रेन-20 कही जानी वाली एल्युमीनियम-बाडीड ट्रेनसेट तेज गति से दौड़ेंगी और इसमें यात्री सुविधाएं भी बेहतर होंगी। एल्युमीनियम से बनी या मेट्रो अथवा ईएमयू जैसी इन ट्रेनों में भी इंजन नहीं होता है। ये गाड़ियां न केवल हल्की होती हैं, बल्कि इनके दरवाजे भी स्वचालित होते हैं। इनमें बैठने की व्यवस्था के साथ ही शयन यान भी होंगे। एल्युमीनियम ट्रेन सेट की अनुमानित लागत 2500 करोड़ रुपए है। चेन्नई के समीप स्थित इंटीग्रेटेड कोच फैक्टरी (आईसीएफ) से 2020 तक ऐसी ट्रेनें निर्मित होकर बाहर आने लगेंगी।
इन रेलगाड़ियों की रूपरेखा, विकास, निर्माण, जांच और एल्युमीनियम ढांचे को शामिल करने के लिए प्रमुख अंतरराष्ट्रीय कोच निर्माताओं से वैश्विक निविदा आमंत्रित की गई है। अपना नाम गोपनीय रखने की शर्त पर आईसीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी है।
निविदा की शर्तों के मुताबिक, 20 डिब्बों वाली पहली रेलगाड़ी को सभी पहलुओं पर खड़ा उतरना चाहिए। दूसरे ट्रेन सेट के बाद निविदा करने वाला रेलगाड़ी के सभी सामान, विद्युत, साजसज्जा सामग्री इत्यादि की आपूर्ति आईसीएफ को करेगा। ट्रेन सेट को अंतिम रूप देने के लिए जोड़ने, रंगाई और साजसज्जा का काम आईसीएफ करेगा।