वॉशिंगटन। मनुष्य का कोई भी भ्रूण सामान्यत: 9 माह में विकसित हो जाता है और एक शिशु का जन्म होता है परंतु यहां चिकित्सा विज्ञान का एक चमत्कार (Miracle of medical science) दिखाई दिया। 24 साल तक एक भ्रूण को नकली गर्भ में सुरक्षित रखा गया। फिर उसे एक महिला के गर्भ में ट्रांसफर किया गया और उससे अब एक सुन्दर की कन्या ने जन्म लिया है। मजेदार बात तो यह है कि जब भ्रूण संकलित किया गया था, उसको गर्भ में धारण करने वाली मां की उम्र मात्र डेढ़ साल थी।
IVF तकनीक खोजे जाने के बाद से गर्भाधान और जन्म के बीच यह संभवत: सबसे बड़ा अंतर है। अमरीका में एक महिला ने 24 साल पुराने फ्रोजेन एम्ब्रियो से एक स्वस्थ्य बच्ची को सफलतापूर्वक जन्म दिया है। यूएस नैशनल एम्ब्रियो डोनेशन सैंटर के डायरेक्टर जेफ्री कीनन की मदद से इस बच्ची का जन्म बीते महीने हुआ है। यह एम्ब्रियो 14 अक्तूबर 1992 को फ्रीज किया गया था। इसे इसी साल 31 मार्च को इम्प्लांटेशन के लिए पिघलाया गया था। अमरीका में इस भ्रूण को एक परिवार ने एक संस्था को दान दिया था।
इस भ्रूण से जिस महिला ने बच्ची को जन्म दिया है, वह ख़ुद इस भ्रूण के गर्भाधान के वक़्त डेढ़ साल की थीं। यह बच्ची अब एमा रेन गिब्सन नाम से जानी जाएगी। एमा के भ्रूण को फ्रीज़ करके 24 साल से सुरक्षित रखा गया था।इसी साल मार्च में यह भ्रूण टीना गिब्सन के गर्भाशय में प्रविष्ट कराया गया।एमा का जन्म नवंबर में हुआ. 26 साल की टीना ने कहा कि मैं सिर्फ 25 साल की हूं? ये भ्रूण और मैं बेस्ट फ़्रेंड भी हो सकते थे।
उन्होंने कहा, "मुझे बस एक बच्चा चाहिए था, मुझे परवाह नहीं कि यह विश्व रिकॉर्ड है या नहीं।" राष्ट्रीय भ्रूणदान केंद्र नाम की संस्था ने यह निषेचित भ्रूण उपलब्ध कराया था। चूंकि ये भ्रूण लंबे समय तक जमा देने वाले तापमान में सुरक्षित रखे जाते हैं, इसलिए डॉक्टर उन्हें 'स्नो बेबीज़' बुलाते हैं। अमरीका के टेनेसी प्रांत के नॉक्सविल शहर स्थित यह संस्था दंपतियों को प्रोत्साहन देती है कि अगर वे और बच्चे नहीं चाहते तो अपने भ्रूण दान कर दें, ताकि दूसरे दंपतियों को इसका फायदा हो सके।