
इस घटना के बाद लहियारचक में उपद्रवियों ने दो घरों और एक पॉल्ट्री फार्म को आग के हवाले कर दिया। अनहोनी की आशंका को देखते फुलवारीशरीफ के आसपास गांवों में भी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। एसएसपी खुद गौनपुरा लहियारचक गए और ग्रामीणों से मिलकर शांति बनाए रखने को कहा।
पुलिस ने हालत को काबू में कर लिया है। ईसापुर से लेकर फुलवारीशरीफ के कई मुहल्लों में पुलिस गश्त कर रही है। एहतियात के तौर पर दुकानों को बंद करा दिया गया है। पुलिस इन इलाकों में कैंप कर रही है। राजेशकुमार, डीआईजी
एसएसपी मनु महाराज ने कहा कि ईसापुर में इस तरह की बराबर वारदातें हो रही है। वहां जल्द पुलिस चौकी खुलेगी और 24 घंटे जवानों की तैनाती रहेगी। उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। जिन लोगों ने कानून काे अपने हाथ में लिया है, निश्चित कार्रवाई होगी। स्थानीय लोगों के साथ पुलिस शांति समिति की बैठक करेगी।
पारा मिलिट्री फोर्स पहुंची
हालत बेकाबू होने के बाद पटना जोन के आईजी नैयर हसनैन खान, डीआईजी राजेश कुमार, डीएम संजय कुमार अग्रवाल, सिटी एसपी के साथ कई डीएसपी, दर्जनभर थानेदारों के साथ ही बीएमपी, रैफ, पैरा मिलिट्री फोर्स को वज्र वाहन के साथ पहुंचना पड़ा। शाम साढ़े पांच बजे से साढ़े सात बजे तक जब हालत बेकाबू हो गया तो पुलिस ने आंसू के दर्जनों गोले छोड़े। बावजूद उपद्रवी वहां से हटने को तैयार नहीं थे। बाद में सैकड़ों जवानों ने उपद्रवियों पर हल्का बल प्रयोग करते हुए सबों को खदेड़ दिया। खानकाह मोड़ से लेकर फुलवारीशरीफ के कई मुहल्लों को छावनी में बदल दिया गया। रैपिड एक्शन फोर्स के साथ पारा मिलिट्री फोर्स ने फ्लैग मार्च किया। प्रशासन ने चुनौती कुंआं, ग्वाल टोली, खानकाह मोड़, गुलिस्तान मोहल्ला , ईसापुर नहर इलाके में दुकानाें को बंद करा दिए।