मुंबई। दादा साहब फाल्के और पद्म पुरुस्कारों से सम्मानित बॉलीवुड के फेमस स्टार शशि कपूर नहीं रहे। लंबी बीमारी के बाद उनका कोकिलाबेन अस्पताल में निधन हो गया। उनके निधन की खबर आते ही बॉलीवुड में चल रहे सभी काम बंद कर दिए गए है। हस्तियों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। बता दें कि शशि कपूर बॉलीवुड के पितामह पृथ्वीराज कपूर के सबसे छोटे बेटे थे। वो 79 वर्ष के थे। शशि कपूर राज कपूर और शम्मी कपूर के सबसे छोटे भाई थे। शशि कपूर का असली नाम बलबीर राज कपूर था।
शशि कपूर ने बतौर चाइल्ड एक्टर अपने भाई राज कपूर की फिल्म 'आवारा' और 'आग' में काम किया था। साल 2011 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया था। साल 2015 में उन्हें 2014 के दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
शशि कपूर मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती थे। शशि कपूर को साल 2014 से चेस्ट में तकलीफ थी। इससे पहले उनकी बायपास सर्जरी भी हुई थी। उनके निधन का समाचार मिलते ही उनके भतीजे ऋषि कपूर दिल्ली में अपनी फिल्म की शूटिंग छोड़ मुंबई रवाना हो गए। 1984 में पत्नी जेनिफर की कैंसर से मौत के बाद शशि कपूर काफी अकेले रहने लगे थे और उनकी तबीयत भी बिगड़ती गई। बीमारी की वजह से शशि कपूर ने फिल्मों से दूरी बना ली। शशि के तीन बच्चे करण कपूर, कुनाल कपूर और संजना कपूर हैं।
पिता के थिएटर्स से की थी शुरुआत
शशि अपने पिता के ‘पृथ्वी थियेटर्स’ से एक्टिंग की शुरुआत की थी। शशि कपूर ने गैर परम्परागत किस्म की भूमिकाओं के साथ सिनेमा के परदे पर आगाज किया था। उन्होंने सांप्रदायिक दंगों पर आधारित फिल्म 'धर्मपुत्र' में काम किया था। उसके बाद चार दीवारी और प्रेमपत्र जैसी ऑफ बीट फिल्मों में नजर आये। वे हिंदी सिनेमा के पहले ऐसे अभिनेता थे जिन्होंने 'हाउसहोल्डर' और 'शेक्सपियर वाला' जैसी अंग्रेजी फिल्मो में मुख्या भूमिकाएं निभाईं। 70 के दशक में शशि कपूर और अमिताभ बच्चन की फिल्म 'दीवार' सुपरहिट रही। इसके अलावा उन्होंने 'सत्य शिवम सुंदरम', 'नमक हलाल', 'जब-जब फूल खिले' और 'कभी-कभी' जैसी सुपर हिट फिल्मों में काम किया था।