भोपाल। मध्यप्रदेश के गुना जिले में एसपी निमिष अग्रवाल (NIMISH AGRAWAL IPS) की कथित तानाशाही से व्यथित सब इंस्पेक्टर प्रमोद सिंह सेंगर (PRAMOD SINGH SENGER) आत्महत्या करने निकल पड़ा। उसने सुसाइड नोट नहीं लिखा बल्कि DAIL 100 पर अपनी सुसाइड की सूचना दी। पुलिस तत्काल सक्रिय हुई और एसआई को तालाब में कूदने से पहले ही पकड़ लिया। एसआई प्रमोद सिंह का कहना है कि उसे बेवजह सस्पेंड (SUSPEND) कर दिया गया। उसका पक्ष तक नहीं सुना गया। अब लोग ताने मानते हैं। घर से निकलना मुश्किल हो गया है, इसलिए सुसाइड करने जा रहा था। एसआई प्रमोद सिंह सेंगर ने कहा कि मैं बाजार में जब चाय पीने भी जाता हूं तो लोग मुझ पर तंज कसते हैं कि यही है महिला के साथ गलत हरकत करने वाला सब इंस्पेक्टर। इससे परेशान होकर मैं आत्महत्या करने जा रहा था, लेकिन कैंट पुलिस ने आकर मुझे बचा लिया।
एसपी ने किया था निलंबित
डायल 100 के प्रभारी सब इंस्पेक्टर प्रमोद सिंह सेंगर को 20 दिसंबर को एसपी निमिष अग्रवाल ने निलंबित कर दिया था। उनका कहना था कि महिला सब इंस्पेक्टर के साथ बदतमीजी करने के कथित आरोप लगाकर मुझे निलंबित कर दिया, पुलिस अधिकारियों ने मेरा पक्ष जानने की कोशिश तक नहीं की। इस वजह से मैं बहुत परेशान था।
ADG से नहीं हो सकी बात
मैं अपनी बात एडीजी तक भी पहुंचाना चाहता था, लेकिन उसने बात नहीं हो सकी। इसलिए आत्महत्या जैसे कदम उठाने से पहले मैने डायल 100 को सूचना दे दी, वहीं से पाइंट चला था इसके बाद कैंट पुलिस ने मुझे बचा लिया।
33 साल की सेवा में कभी दाग नहीं लगा
सब इंस्पेक्टर ने कहा कि मैं जिले की 18 डायल 100 का प्रभारी हूं। दो साल से यह जिम्मेदारी ठीक ढंग से निभा रहा हूं लेकिन पिछले दिनों वायरलेस सेट को लेकर महिला सब इंस्पेक्टर से कहासुनी हो गई थी। उन्होंने मुझे देख लेने की धमकी भी दी थी। इसी का परिणाम यह रहा कि मुझे न सुनते हुए, गलत आरोप में निलंबित कर दिया। 33 साल की सेवा में मुझ पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
आईजी बोले मैं क्या बताऊं, एसपी ने दिया जवाब
सीएम की सुरक्षा व्यवस्था को देखने आईजी अनिल कुमार गुना आए थे। जब उसने इस मामले में चर्चा की तो बोले कि मैं क्या कहा सकता हूं। एसपी से बात करें। एसपी ने कहा कि महिला सब इंस्पेक्टर के साथ बदतमीजी करने के आरोप में निलंबित किया था। पूर्व में भी उन पर कार्रवाई हुई हैं।