नई दिल्ली। डेटा सेक्युरिटी पर चाइनीज SMARTPHONE कंपनियों से जवाब-तलब करने के बाद अब सरकार ने उन APPS पर भी निगरानी बढ़ा दी है जिनका संबंध CHINA से है। चीन की सीमा पर तैनात भारतीय सैनिकों से चाइना रिलेटेड 40 से भी अधिक ऐप्स REMOVE करने को कहा गया है। इन ऐप्स में WeChat, UC News और News-Dog शामिल हैं। सरकार ने इन्हें भारतीय सुरक्षा के लिए खतरा माना है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार चीन की सीमा पर तैनात भारतीय सैनिकों को 24 नवंबर को भेजे गए इंस्ट्रक्शन में उनसे कहा गया है कि वे अपने स्मार्टफोन को फॉर्मेट कर लें। उनसे ऐसे तमाम ऐप्स डिलीट करने को कहा गया है जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरनाक हो सकते हैं।
इंस्ट्रक्शन में यह भी कहा गया है कि ऐसे एंड्रॉइड या iOS ऐप्स जो या तो चाइनीज कंपनियों द्वारा डेवलप किए गए हैं या जिनका संबंध चीन से हैं, वे या तो spyware हो सकते हैं या फिर उनका मकसद सूचनाएं चुराना हो सकता है। अगर सैनिक इन ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं तो यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए घातक हो सकता है।
कौन-से प्रमुख ऐप्स शामिल हैं?
WeChat : यह मैसेजिंग प्लेटफॉर्म है जिसके जरिए चैट की जा सकती है।
UC News : इसे चाइनीज कंपनी Alibaba ने डेवलप किया है। यह न्यूज एग्रीगेटर ऐप है।
NewsDog : यह भी न्यूज एग्रीगेटर ऐप है।
SHAREit : यह फाइल ट्रांसफर एप्लीकेशन है।
Weibo : यह माइक्रो ब्लॉगिंग साइट है।
चाइनीज स्मार्टफोन मेकर्स को निर्देश
इससे पहले सरकार ने दो दर्जन से भी ज्यादा स्मार्टफोन मेकर्स (जिनमें ज्यादातर चाइनीज हैं) को निर्देश देकर उस प्रोसिजर की जानकारी देने को कहा था जिसके जरिए वे भारत में बिकने वाले मोबाइल फोन में डेटा की सिक्युरिटी सुनिश्चित करते हैं। सरकार ने ये निर्देश डेटा लीकेज और डेटा की चोरी संबंधी शिकायतों पर दिया था।
आधे स्मार्टफोन बाजार पर है चाइनीज कंपनियों का कब्ज
इंडिया में स्मार्टफोन का कुल बाजार करीब 10 अरब डॉलर (लगभग 645 अरब रुपए) का है।
इनमें चाइनीज हैंडसेट मेकर जैसे Xiaomi, Oppo, Vivo, Lenovo और Gionee की स्मार्टफोन बाजार में आधे से ज्यादा हिस्सेदारी है। इनमें से अधिकांश कंपनियों के सर्वर चीन में हैं। केवल Xiaomi का सर्वर सिंगापुर और अमेरिका में है।