लखनऊ। 23 साल की सादिया रफीक ने निकाय चुनाव में पार्षदी जीत कर अपने घर की विरासत को एक बार फिर आगे बढ़ाया है। तिलकनगर-कुंडरी रकाबगंज वॉर्ड से जीतीं सादिया फिलहाल एमिटी यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता की पढ़ाई कर रही हैं। चुनाव जीतने के बाद सादिया ने कहा, 'राजनीति हमारी विरासत में हैं। पापा रफीक अहमद और भाई आदिल अहमद भी इसी वॉर्ड से पार्षद रहे हैं। वॉर्ड के लिए बहुत काम किया है, तो बस हमें उनके अधूरे कामों को आगे ले जाना है।
चुनाव लड़ने के बारे में सादिया ने बताया, 'वॉर्ड की सीट इस बार महिला आरक्षित थी, मौका अच्छा था। मैंने चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की तो घरवालों ने पूरा सहयोग किया। मेरे लिए प्रचार शुरू कर दिया और आज मैं चुनाव जीत गई।' बता दें कि सादिया सपा से चुनाव लड़ना चाहतीं थीं परंतु पार्टी ने टिकट नहीं दिया इसलिए वो निर्दलीय मैदान में उतर गईं।
विजन के बारे में पूछने पर सादिया ने कहा, 'पत्रकारिता की पढ़ाई कर रही हूं तो इसमें हमेशा हमें अधिकारों के बारे में पढ़ाया जाता है। सिस्टम कैसे काम करता है, यह सिखाया जाता है। इन्हीं अनुभवों को मैं वॉर्ड के काम में अप्लाई करूंगी।'