नई दिल्ली। राज्यसभा में शुक्रवार को सपा सांसद नरेश अग्रवाल ने TV, NEWS PAPERS और कई अन्य सोर्स द्वारा आ रहे गुमराह करने वाले विज्ञापनों (ADVERTISEMENTS) का मुद्दा उठाया। इस पर सभापति वेंकैया नायडू ने चिंता जताई। उन्होंने बताया कि ऐसे विज्ञापनों के लिए कंज्यूमर अफेयर मिनिस्ट्री को लेटर लिखा है। ये विज्ञापन असलियत से कोसों दूर होते हैं। उपराष्ट्रपति ने एक वाकये का जिक्र करते हुए सदन को बताया, “मैंने भी 28 दिन में वेट लॉस करने का ऐड देखा और प्रोडक्ट ऑर्डर किया था। इसकी कीमत 1230 रुपए थी। जब पैकेट खोला तो उसमें असली दवा मंगाने के लिए 1 हजार रुपए और पेमेंट के लिए कहा गया। इसके बाद, जानकारी जुटाई तो पता चला कि ये सब अमेरिका से हो रहा है।
जीरो ऑवर में सांसद नरेश अग्रवाल ने भ्रम फैलाने वाले विज्ञापन और खाने-पीने की चीजों में मिलावट का मुद्दा उठाया। उन्होंने मांग की कि ऐसी चीजों पर शिकंजा कसा जाए। इसके बाद कंज्यूमर अफेयर मिनिस्टर रामविलास पासवान ने जवाब देते हुए कहा कि कंज्यूमर अफेयर प्रोटेक्शन एक्ट 31 साल पुराना है और इसे बदलने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, “हमने इसके लिए नया बिल लोकसभा में पेश किया था, लेकिन उसको स्टैंडिंग कमेटी के पास भेज दिया गया। हमने कमेटी के सुझाव बिल में शामिल कर लिए हैं। इसे कैबिनेट की भी मंजूरी मिल गई है। जल्द ही बिल को संसद में पेश करेंगे।''