
इस तरह के विश्व बलूच संस्थान अंतर्राष्ट्रीय बिरादरी के सामने यह बता रहा है कि पाकिस्तान उन्हे प्रताड़ित कर रहा है। उनके मानवाधिकारों का हनन किया जा रहा है एवं पाकिस्तान से आजादी ही उनका एक मात्र समाधान है। बता दें कि बलूचिस्तान के लोग वर्षों से आजादी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इस दौरान पाकिस्तानी सेना ने कई बलूच नेताओं की हत्या भी कर दी। अब यह अभियान तेज हो गया है।
क्या है बलूचिस्तान
वर्तमान में यह पाकिस्तान का पश्चिमी प्रांत है। बलूचिस्तान नाम का क्षेत्र बड़ा है और यह ईरान (सिस्तान व बलूचिस्तान प्रांत) तथा अफ़ग़ानिस्तान के सटे हुए क्षेत्रों में बँटा हुआ है। यहां की राजधानी क्वेटा है। यहाँ के लोगों की प्रमुख भाषा बलूच या बलूची के नाम से जानी जाती है। 1944 में बलूचिस्तान की स्वतंत्रता का विचार जनरल मनी के विचार में आया था पर 1947 में ब्रिटिश इशारे पर इसे पाकिस्तान में शामिल कर लिया गया। 1970 के दशक में एक बलूच राष्ट्रवाद का उदय हुआ जिसमें बलूचिस्तान को पाकिस्तान से स्वतंत्र करने की मांग उठी। तब से यह संघर्ष लगातार जारी है।