
आरोपियों में डेनमार्क में रहने वाले 800 लड़के और 200 लड़कियां शामिल हैं। वे सभी 15 से 20 साल की उम्र के बीच के बताए जा रहे हैं। पुलिस ने इस बारे में बताया कि सबसे ज्यादा युवाओं ने उस वीडियो क्लिप को कई बार शेयर किया था, लेकिन कुछ लोगों ने इसे तकरीबन 100 बार भी शेयर किया। आरोप है कि सेक्स वीडियो और उससे जुड़ी तस्वीरें फेसबुक की मैसेजिंग सर्विस पर भी वायरल हुईं, जिसकी बाद में शिकायत की गई।
डेनमार्क में सेक्सुअल सामग्री में 18 साल की उम्र के नीचे के लोगों का शामिल होना अपराध माना जाता है। अधिकतम इसके लिए छह साल की जेल की सजा सुनाई जाती है। अगर लड़के-लड़कियां इस मामले में दोषी पाए गए तो उन्हें जुर्माना भरना पड़ेगा या जेल की हवा खानी पड़ेगी। पुलिस के अनुसार, ऐसा भी हो सकता है कि दोषियों को जुर्माना और 10 साल जेल की सजा भी सुनाई जा सकती है।