नई दिल्ली। योगी आदित्यनाथ के उत्तरप्रदेश और PM NARENDRA MODI के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से ऐसी खबर आएगी, कोई सोच नहीं सकता। यहां भाजपा अध्यक्ष AMIT SHAH और CM YOGI ADITYANATH की सभा का आयोजन किया गया था। टारगेट था 17 हजार युवक युवतियां लेकिन 10 हजार कुर्सियां खाली रह गईं। माच 7 हजार लोग ही आए। इसमें BJP के नेता और सरकारी कर्मचारी भी शामिल थे। खाली कुर्सियों को भरने के लिए पुलिस सड़क पर आ डटी। आने जाने वाले लोगों को पकड़ पकड़कर समझाया बुझाया और कुछ कुर्सियों को भरने में कामयाब रही।
शाह और योगी निर्धारित समय डेढ़ बजे की बजाय ढाई बजे काशी विद्यापीठ (KASHI VIDYAPITH) पहुंचे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी समेत पूर्वांचल के युवाओं को पार्टी से जोड़ने के लिए शनिवार को आयोजित युवा उद्घोष कार्यक्रम में कुर्सियां खाली रही गईं। इस बात को लेकर पार्टी विधायकों, पदाधिकारियों और व्यवस्था करने वालों की कार्यप्रणाली और क्षमता को लेकर तरह-तरह की चर्चा होने लगी। अधिकारी के निर्देश पर राह चलते लोगों से भी सभा स्थल में जाने के लिए पुलिसकर्मी अनुरोध करने लगे। इसके साथ ही सभास्थल के प्रवेश द्वारों पर तैनात पुलिसकर्मियों को कहा गया कि उन्हें भी जाने दो जो काले रंग की जैकेट-स्वेटर पहने हुए हैं।
दो दिन पूर्व कार्यक्रम में 17 से 35 साल के 17 हजार युवाओं की भागीदारी होने का दावा किया गया था जबकि सात हजार युवा ही जुट पाए। सूत्रों की मानें तो रजिस्ट्रेशन भी 12 हजार ही हुए थे। दूसरी ओर भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष लक्ष्मण आचार्य ने कहा कि यह पहला डिजिटल कार्यक्रम रहा। 20 रुपये देकर युवा इस कार्यक्रम में शामिल हुए। अमूमन राजनीतिक दल पैसा देकर कार्यक्रम के लिए भीड़ जुटाते हैं।
कार्यक्रम में युवतियों और लड़कियों का नहीं होना स्पष्ट संकेत था कि आधी आबादी का इस उद्घोष की आवाज पहुंच ही नहीं सकी। वो भी तब, जब मंच पर नारी शक्ति का प्रतिनिधित्व करती हुईं मेयर, जिला पंचायत अध्यक्ष के साथ बेसिक शिक्षा मंत्री मौजूद थीं। कार्यक्रम में युवतियों, महिलाओं की न के बराबर हिस्सेदारी पर पार्टी के कुछ नेताओं ने माना कि कई युवतियों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया था लेकिन कार्यक्रम में उनकी उपस्थिति नहीं रही।