
बता दें कि उज्जैन शहर और जिले में बीते 6 महीने में चोरी की घटनाओं में लगातार इजाफा हुआ है। आंकड़ों के अनुसार छह माह में 110 से अधिक बड़ी-छोटी वारदातें हुई हैं। शहरी इलाकों में चोर ज्यादा सक्रिय हैं। हालांकि कुछ वारदातों में पड़ोसी अथवा दूसरे राज्यों की गैंग का हाथ होने का भी खुलासा हुआ है।
70 फीसदी वारदातों में आदतन का हाथ
पुलिस अधिकारियों के अनुसार चोरी की 70 फीसदी वारदातों में आदतन बदमाशों का हाथ रहता है। अमूमन सजा काटने अथवा जमानत पर छूटने के बाद ये फिर अपराध करते हैं। ऐसे में इनकी निगरानी जरूरी है। पुलिस पहले भी इनकी निगरानी करती रही है, मगर इस तरह की कवायद पहली बार ही है। इस संबंध में आला अधिकारियों ने थाना प्रभारियों को सख्त निर्देश दिए हैं। चोरी की घटना के बाद पुलिस इन चिन्हित बदमाशों से पूछताछ भी कर रही है।
ये कर रही पुलिस
27 थाना क्षेत्रों में 1230 आदतन बदमाश चिन्हित।
हाजिरी के लिए रोज संबंधित थानों पर कार्रवाई।
गैरहाजिरी पर जवान को घर भेज पता लगा रहे बदमाशों की लोकेशन।
चोरी की वारदात के बाद चिन्हित बदमाशों से कर रहे पूछताछ।
पॉश इलाकों में भी वारदात
शहर के पॉश इलाकों में भी चोरी की घटनाएं बढ़ी हैं। उज्जैन के अलकापुरी, ऋषिनगर, वेदनगर, शास्त्री नगर, शिप्रा विहार आदि इलाकों में बड़ी वारदातें हुई हैं।
इनका कहना है
चोरी की वारदातें रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं। अधिकांश घटनाओं में आदतन बदमाशों का हाथ होता है, इसलिए उनकी निगरानी जरूरी है। इसलिए थानों में रोजाना हाजिरी भरवाई जा रही है। सभी थाना प्रभारियों को इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं।
सचिन अतुलकर, एसपी, उज्जैन