
आजाद अध्यापक संघ ने शनिवार को जम्बूरी मैदान में प्रदर्शन किया था और इस दौरान महिला अध्यापकों सहित अन्य ने मुंडन कराया था। संगठन को जम्बूरी मैदान का किराया भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स (भेल) को चुकाना पड़ा। एक लाख 40 हजार रुपये भुगतान के बावत पूछे जाने पर भेल के जनसंपर्क अधिकारी विनोदानंद झा ने कहा, "जम्बूरी मैदान में कोई भी कार्यक्रम करने की फीस निर्धारित है, जिसका भुगतान करना होता है। AZAD ADHYAPAK SANGH ने भी उतनी राशि का भुगतान किया होगा।"
बता दें कि लोकतंत्र में सरकार के प्रति नाराजगी प्रकट करना किसी भी नागरिक का लोकतांत्रिक अधिकार है। आजादी की लड़ाई इसीलिए लड़ी गई थी। अंग्रेजी सरकार विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं देती थी। भोपाल जिला प्रशासन ने भी अध्यापकों को विरोध प्रदर्शित करने के लिए कोई स्थान ही नहीं दिया था। बाद में भेल का जम्बूरी मैदान जाने के लिए कहा गया। अब पता चला है कि उनसे एक लाख 40 हजार रुपये वसूले गए।