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आरोपी का नाम नरेश धनखड़ है। वो फौज से रिटायर्ड है। सबसे पहले आरोपी पलवल हॉस्पिटल में घुसता है। यहां एक पेशेंट की अटेंडेंट महिला के सिर पर रॉड से हमला करता है। फिर वहां से निकल जाता है। आरोप है कि वो हॉस्पिटल से कुछ दूरी पर बने मोती पार्क में एक चौकीदार के साथ भी यही करता है। जब पुलिस महिला के कत्ल की जांच के लिए हॉस्पिटल पहुंची तभी उसे चौकीदार के मर्डर की खबर मिली। इसके बाद आरोपी सोहना चौक पर सिटी थाने के पास पहुंचता है। आरोप है कि यहां उसने एक भिखारी का मर्डर पहले दो कत्लों के अंदाज में ही किया। पुलिस का कहना है कि सभी 6 लोगों के कत्ल का तरीका एक ही है। उनके सिर पर रॉड से हमला किया गया। पलवल की एसपी सुलोचना गजराज ने भी इसकी पुष्टि की।
ऐसे आया पुलिस की पकड़ में
गजराज ने बताया- आरोपी के ससुर ने पुलिस को फोन कर बताया कि नरेश रॉड लेकर उनके घर आया है और हमला कर रहा है। पुलिस की एक टीम वहां फौरन भेजी गई। आरोपी ने पुलिस टीम पर भी हमला कर दिया। काफी मशक्कत के बाद उसे गिरफ्तार किया गया। पुलिस आरोपी की दिमागी जांच करवा रही है। पलवल अस्पताल से उसे फरीदाबाद सिविल अस्पताल रेफर किया गया है।
नरेश के सिर पर खून क्यों सवार हुआ
नरेश धनखड़ (44) फरीदाबाद के मच्छगर गांव का रहने वाला है। 10 साल पहले उसकी शादी फरीदाबाद के धर्मपाल मलिक की बेटी सीमा से हुई थी। दोनों का एक 8 साल का लड़का है लेकिन पिछले छह साल से दोनों अलग रह रहे हैं। सीमा फरीदाबाद में अपने पिता के घर में रह रही है। नरेश अकेला रहता है। दोनों लड़ाई झगड़े के कारण अलग रहने लगे थे। हालांकि अभी तक तलाक नहीं हुआ है। नरेश के माता-पिता की मौत हो चुकी है। नरेश के चार भाई हैं।
पत्नी के छोड़कर चले जाने से कुंठित था नरेश
नरेश के बड़े भाई चंद्र प्रकाश ने बताया कि नरेश पत्नी के छोड़कर चले जाने से कुंठित था। उनका कहना है कि शायद इसी कारण से उसने ऐसा कदम उठाया। नरेश पुलिस से भी नफरत करता था। एक बार उसका पुलिसकर्मी से भी झगड़ा हो गया था।
सबसे आखिर में पहुंचा था पत्नी के पास
छह लोगों की हत्या के बाद नरेश करीब सुबह 5 बजे अपनी ससुराल पहुंचा। वह घर के बाहर बैठ गया और गेट पर बैठकर गालियां देने लगा। यहां भी उसके हाथ में लोहे की रॉड थी। ऐसा करते देख उसके ससुर धर्मपाल मलिक ने सिटी थाना को इसकी सूचना दी। सिटी थाना पुलिस एसएचओ, एएसआई और सिपाही वहां पहुंचे तो उसने उनके ऊपर भी हमला कर दिया। इसी दौरान उसने भागने की कोशिश की तो उसका सिर किसी चीज पर टकराया, जिसके कारण उसके सिर पर चोट लगी। उसे पहले पलवल फिर फरीदाबाद और उसके बाद दिल्ली सफदरजंग रेफर कर दिया गया।