
जानकारी के अनुसार, KHUSHBU JEWELERS संस्थान के संचालक नरेंद्र सोनी (NARENDRA SONI) के बड़े भाई ने बनवारी और वीरसिंह धाकड़ नाम के सूदखोरों से ब्याज पर कुछ रकम उधार ली थी। रकम चुकाने के बाद भी सूदखोरों ने उसे अपने चंगुल से मुक्त नहीं किया, जिसके चलते पीड़ित का बड़ा भाई गिर्राज सोनी रातों रात गुना छोड़ कर भाग गया। सूदखोरों ने अपनी रकम को वसूलने के लिए गिर्राज के छोटे भाई नरेंद्र सोनी पर ब्याज चुकाने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। आरोपियों ने पीड़ित नरेंद्र सोनी के मकान को उनके नाम करने का दबाव बनाते हुए उसके साथ मारपीट की।
पीड़ित की पत्नी को भी आरोपियों ने अपने घर में 6 घंटों तक बंधक बनाकर उसे टॉर्चर किया। आरोपियों के चंगुल से छूटकर पीड़ित दंपत्ति स्थानीय पुलिस से लेकर एसपी को भी इस मामले की शिकायत की। आरोप है कि पुलिस ने उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की। इससे सूदखोरों के हौंसले बुलंद हो गए और उन्होंने दुकान पर भी तालाबंदी कर उसे अपने कब्जे में ले लिया। लगातार बढ़ते दबाव के चलते मजबूरन दंपत्ति ने गुरुवार को बीच चौराहे पर पहुंचकर जहरीली दवा खा ली। दोनों ने जहर अपने मासूम बच्चों को भी दिया, लेकिन उन्होंने पुड़िया फेंक दी। पीड़ित दंपत्ति को गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल लाया गया, लेकिन इलाज के बावजूद जब स्थिति में सुधार नहीं आया तो उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।