इंदौर। एक बार फिर यातायात पुलिस और आरटीओ की लापरवाही के कारण एक्सीडेंट की दर्दनाक घटना सामने आई है। ठेकेदार एक लोडिंग पिकअप वैन में 65 मजदूरों को ढूंसकर ले जा रहा था। उज्जैन जिले के बड़नगर के पास रूनिजा में ओवरलोडेड पिकअप का टायर फट गया और वो गुलाटियां खाते हुए 50 फीट नीचे जा गिरी। इस दौरान छिटककर गिरे 4 मजदूरों कुचल गए, उनकी मौके पर ही मौत हो गई चौथे मजदूर की अस्पताल पहुंचने से पहले मौत हो गई। कुल 44 मजदूर घायल हुए जिनमें से 10 गंभीर हैं। बता दें कि मध्यप्रदेश में ठेकेदार इसी तरह से मजदूरों को ढूंसकर ले जाते हैं और ना तो यातायात पुलिस उन्हे रोकती है ना ही आरटीओ कोई कार्रवाई करता है। मृतकों में एक महिला और एक बच्चा शामिल है। घायलों में 18 को उज्जैन रैफर किया गया है, जबकि अन्य का इलाज बड़नगर अस्पताल में चल रहा है।
मिली जानकारी अनुसार बड़नगर से एक पिकअप वाहन 65 मजदूरों को लेकर सुंदराबाद जा रहा था। ये मजदूर यहां मटर की फसल काटने के लिए सुबह 9 बजे घर से रवाना हुए थे। रूनिजा के पास अचानक पिकअप का टायर फट गया, जिससे गाड़ी का संतुलन बिगड़ गया। संतुलन बिगड़ने से पिकअप सड़क से नीचे उतर गया और करीब तीन पलटी खाकर 50 फीट दूर जा गिरा। हासके के बाद वाहन में सवार सभी लोग दूर जा गिरे। इसमें ने कुछ लोगों के ऊपर से वाहन गुजर गया, जिससे तीन लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि एक की उज्जैन ले जाते समय मौत हो गई। वहीं 44 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से 10 की हालत गंभीर है।
हादसे के बाद यहां मौजूद एक पेट्रोल पंप संचालक ने पुलिस और अन्य लोगों को सूचना दी और घायलों को बचाने दौड़ा। मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों की मदद से घायलों को अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
सीएम ने जताया दुख, राहत राशि का ऐलान किया, डंडा नहीं चलाया
हादसे पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दुख जताया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को एक लाख रुपए की राहत राशि देने की घोषणा की है। इसके अलावा गंभीर घायलों को 25 हजार रुपए और घायलों को 10 हजार रुपए दिए जाएंगे लेकिन हादसे के लिए जिम्मेदार यातायात पुलिस और आरटीओ अधिकारियों पर डंडा नहीं चलाया। यहां तक कि चालक का ड्राइविंग लाइसेंस और पिकअप का रजिस्ट्रेशन रद्द करने के आदेश भी नहीं दिए।