भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अध्यापकों के अलग-अलग संवर्गों का शिक्षा विभाग में संविलियन होगा। शिक्षकों को जो सुविधाएं मिलती हैं, वह इन अध्यापकों को भी मिलेंगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहां मुख्यमंत्री निवास पर अध्यापक संघों के पदाधिकारियों और अध्यापकों को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अध्यापकों को मिल रही सुविधाओं में स्थानांतरण नीति, गुरुजियों का वरिष्ठता क्रम तथा शिक्षिकाओं के लिये मातृत्व अवकाश की सुविधा शामिल रहेगी। उन्होंने कहा कि आज के दिन से अध्यापकों के साथ ऐतिहासिक अन्याय दूर हो रहा है। इस प्रदेश में वह दौर भी देखा है जिसमें शिक्षकों को कर्मी बना दिया गया था। हमने प्रदेश में कर्मी कल्चर समाप्त किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षक मेहनत और निष्ठा से बच्चों को पढ़ायें और उनका भविष्य बनायें। शिक्षकों का भविष्य राज्य सरकार बनायेगी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने तय किया है कि बारहवीं कक्षा में सत्तर प्रतिशत अंक लाने वाले बच्चों का प्रवेश मेडिकल, इंजीनियरिंग जैसे पाठ्यक्रमों में होने पर उनकी फीस राज्य सरकार भरेगी। संभाग स्तर पर गुणवत्ता सम्मेलन आयोजित किये जायेंगे ताकि शासकीय स्कूलों के विद्यार्थियों के बेहतर परीक्षा परिणाम आयें।
इस अवसर पर लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह, अध्यापक संगठनों के पदाधिकारी सर्वश्री दर्शन चौधरी, भरत पटेल, जगदीश यादव, बलराम पवार, राकेश पटेल, जावेद खान, शैलेन्द्र त्रिपाठी, भरत भार्गव, श्रीमती सुषमा, ब्रजेश्वर झारिया सहित बड़ी संख्या में अध्यापकगण उपस्थित थे।