
बीरो समिति के प्रबंधक लल्लू अवस्थी ने किसानों के नाम पर किसान क्रेडिट कार्ड बनवाकर करोड़ो रुपये किसानों के नाम स्वीकृत करा लिये और बड़ामलहरा ब्रांच के मैनेजर एवं जनरल मैनेजर वाईके सिंह से पास कराकर किसानों के बजाय बैंक कर्मचारियों के खाते में लाखों रुपये डाल दिये, जबकि लोन किसानों के नाम पास किया गया था।
ऐसे सैकड़ों किसानों के नाम पर बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों ने करोड़ों की राशि को ठिकाने लगा दिया, घोटाला उजागर होने के बाद भोपाल से आई टीम मामले की जांच में जुटी है, जिसने अभी तक करीब 43 किसानों के नाम फर्जीवाड़ा कर ढाई करोड़ का घोटाला किये जाने की बात मानी है। हैरानी इस बात की है कि जिला सहकारी बैंक में कलेक्टर रमेश भंडारी प्रशासक हैं, उसके बाद भी इतना बड़ा घोटाला हो जाना समझ से परे है और अब कलेक्टर घोटाले से अपना बचाव कर रहे हैं, जबकि इस घोटाले में छोटी मछली से लेकर बड़ी मछलियों के शामिल होने की बात सामने आ रही है।