
पुलिस का कहना है कि चारों आरोपियों लोगों को ब्याज पर कर्ज देने का अवैध कारोबार करते हैं। छोला मंदिर निवासी रोहित विश्वकर्मा बेस्ट प्राइज में सुपरवाइजर था। रोहित ने जहर खाकर अपनी जान दे दी थी। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला था, उसमें लिखा था कि उसने साथ में काम करने अपने दोस्त पंकज, अंशुल, रघुवीर और हरीश से 80 हजार रु पए उधार लिए थे। वो चार गुना रकम अदा कर चुका था, लेकिन ब्याज खत्म नहीं हो रहा था।
क्या लिखा है सुसाइड नोट में
मुझे उधार लिए गए पैसों के लिए कई लोग परेशान कर रहे हैं। इससे मेरे परिवार का कोई संबंध नहीं है। मुझे पंकज मालवीय, अंशुल गुप्ता और रघुवीर लोधी जो बेस्ट प्राइज में जॉब करते हैं। मुझसे 20 प्रतिशत ब्याज ले रहे हैं। इस कारण मैं अपने परिवार को कुछ नहीं दे पा रहा हूं। मैं या तो अपने परिवार को जहर दे दूं नहीं तो मैं ही मर जाऊं। मैं अपनी तन्ख्वाह घर तक नहीं ले जा पाता हूं। इसके कारण मैं हमेशा परेशान रहता हूं। मैनें इन लोगों को इसकी जो मूल रकम है उसका 4 गुना दे चुका हूं। मेरे पापा और मेरा परिवार मुझे माफ कर देना।