जम्मू-कश्मीर। पीडीपी-भारतीय जनता पार्टी सरकार के निर्देश पर कश्मीर पुलिस ने गढ़वाल राइफल्स के मेजर आदित्य व उनके अधीनस्थ जवानों की टुकड़ी के खिलाफ हत्या और हत्या की कोशिश का मामला दर्ज किया है। बता दें कि आतंकवादियों का समर्थन करने वाली भीड़ ने मेजर आदित्य और उनकी टुकड़ी पर हमला कर दिया था। जवाब में सेना की टुकड़ी ने भी फायरिंग की जिसमें 2 हमलावर युवकों की मौत हो गई थी। घटना शनिवार की है।
गौरतलब है कि शनिवार शाम शोपियां के गनवनपोरा में आतंकियों की समर्थक हिंसक भीड़ के हमले में एक जेसीओ (जूनियर कमीशंड ऑफिसर) समेत सात सैन्यकर्मी घायल हो गए थे। इस पर जवानों ने आत्मरक्षा में गोली चलाई, जिसमें दो युवक मारे गए थे। इसके बाद पूरी वादी में तनाव उत्पन्न हो गया। जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने इस संदर्भ में रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण से भी बात की और उनके साथ इस घटना पर अपना कड़ा एतराज जताते हुए सैन्यकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई पर जोर दिया और कहा कि भविष्य में ऐसा नहीं होना चाहिए।
इस बीच राज्य प्रशासन ने न्यायिक जांच का आदेश दिया, वहीं शोपियां में पुलिस ने भी मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने एफआइआर में सेना की 10 गढ़वाल रेजिमेंट के मेजर आदित्य व उनके अधीनस्थ जवानों की टुकड़ी को नामजद करते हुए उनके खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास और किसी की जिंदगी को खतरे में डालने (धारा 336) के मामले दर्ज किए हैं। अधिकारियों ने बताया कि इस सिलसिले में आवश्यक औपचारिकताएं पूरी कर संबधित सैन्य प्रशासन को नोटिस भेजा जाएगा।
सेना पदक से सम्मानित किया जा चुका है मेजर आदित्य को
लखनऊ के रहने वाले मेजर आदित्य विक्रम सिंह को उनकी अनुकरणीय बहादुरी के लिए दिल्ली में प्रतिष्ठित सेना पदक से सम्मानित किया गया। लखनऊ के इस पूत ने दो आतंकियों को मार गिराने में अहम भूमिका निभाई थी। यह साहसी काम आदित्य ने 14 दिसंबर 2016 को किया था।