इंदौर। भाजपा की फायरब्रांड विधायक उषा ठाकुर की मौजूदगी में उनके प्रतिनिधि वीरेंद्र सिंह रघुवंशी ने सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर के कक्ष में घुसकर असिस्टेंट इंजीनियर पर REVOLVER तान दी। इतना ही नहीं, VEERENDRA SINGH RAGHUVANSHI ने उक्त इंजीनियर से मारपीट भी की। पिटे और डरे-सहमे इंजीनियर थाने पहुंचे तो BJP MLA USHA THAKUR वहां भी पहुंच गईं और रघुवंशी के खिलाफ केस दर्ज नहीं होने दिया। टीआई ने भी जांच का हवाला देकर बिजली अफसरों को थाने से वापस भेज दिया। वीरेन्द्र रघुवंशी को विधायक ठाकुर ने बिजली सलाहकार समिति में बतौर सदस्य नामित किया है।
घटना शाम सवा सात बजे अधीक्षण यंत्री सुब्रत राय के कक्ष में हुई। असिस्टेंट इंजीनियर भास्कर घोष, दीपक बांदिल सहित कई अधिकारी बैठक कर रहे थे। तभी वीरेंद्र सिंह रघुवंशी नामक व्यक्ति उनके कक्ष में घुसा। अपशब्द कहते हुए उसने रिवाॅल्वर निकाल ली और घोष के सामने तान दी। कक्ष में अफरातफरी मच गई। अधिकारी भी इधर-उधर भागने लगे। इसी बीच असिस्टेंट इंजीनियर बांदिल और घोष के साथ मारपीट भी शुरू कर दी। कमरे के बाहर स्टाफ इकट्ठा हुआ तो रघुवंशी बाहर निकल भागा। अफसरों के मुताबिक, तब ठाकुर कक्ष के बाहर खड़ी थीं।
जांच का हवाला देकर टीआई ने अफसरों को थाने से रवाना किया
कुछ देर बाद रघुवंशी के साथ बड़ी संंख्या में लोग पोलोग्राउंड पहुंच गए और अफसरों पर एफआईआर दर्ज नहीं कराने का दबाव बनाने लगे, लेकिन अफसरों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। हालांकि केस दर्ज नहीं होने के लिए थाना प्रभारी पर नेता दबाव बनाते रहे। इधर, बिजली अफसरों ने डीआईजी और एसपी को घटना बताई व केस दर्ज कराने पर अड़े रहे। हालांकि टीआई ने रिपोर्ट दर्ज करने के बजाय जांच का हवाला देकर बिजली अफसरों को रवाना किया।
यह है विवाद की जड़
बिजली कंपनी ने दो दिन से एेसे ट्यूबवेल के कनेक्शन काटना शुरू किए हैं, जिनके लिए निगम ने कनेक्शन नहीं लिया। पार्षदों ने रहवासियों की मांग पर ट्यूबवेल करवा दिया। चलाने के लिए पास के बिजली पोल से सीधे कनेक्शन ले लिया। अंदाज है कि एक ट्यूबवेल से औसत 20 हजार रुपए महीने की बिजली चोरी हो रही थी। बिजली कंपनी ने मूसाखेड़ी, आजाद नगर और रिंग रोड तरफ की कॉलोनी में यह मुहिम शुरू की है। बिजली कंपनी ने करीब दो साल पहले भी ऐसी मुहिम शुरू की थी, तब निगम ने शहर का कचरा उठाकर बिजली कंपनी के पोलोग्राउंड स्थित मुख्यालय के गेट पर डलवा दिया था। निगम ने बकाया संपत्तिकर वसूलने की तैयारी कर ली थी। आखिर में दोनों विभाग के अधिकारियों ने मिल-बैठकर मसला खत्म किया था।
मेरे क्षेत्र में बिना सूचना काट दिए थे कनेक्शन
मेरे क्षेत्र में बिजली कंपनी ने लोगों को सूचना दिए बगैर सरकारी बोरिंग का कनेक्शन काट दिया था। रहवासी इसकी शिकायत लेकर मेरे पास आए थे। बिजली कंपनी को कनेक्शन काटने से पहले निगम को सूचना देना थी। मेरे प्रतिनिधि द्वारा एई पर रिवॉल्वर तानने की मुझे जानकारी नहीं है।
उषा ठाकुर, विधायक