जयपुर। सत्ता परिवर्तन के बाद भाजपा नेताओं के रिश्तेदार सरकार से फायदा उठा रहे हैं। इस बीच खबर आ रही है कि भाजपा विधायक जगदीश नारायण मीणा (JAGDISH NARAYAN MEENA) के बेटे रामकृष्ण मीणा (RAMKRISHNA MEENA) का चयन विधानसभा में चपरासी के पद के लिए हो गया। चौंकाने वाली बात तो यह है कि इस नियुक्ति पर भी विवाद शुरू हो गया है। कांग्रेस का कहना है कि विधायक ने पद का दुरुपयोग करके अपने बेटे को सरकारी नौकरी दिलवाई है। बता दें कि राजस्थान में अब चुनाव निकट आ गए हैं।
INDIAN EXPRESS की खबर के मुताबिक, राजस्थान विधानसभा सचिवालय के लिए चतुर्थ श्रेणी के 18 चपरासियों की भर्ती निकली थी। जब चपरासी की भर्ती का रिजल्ट आया तो बवाल मच गया। लिस्ट में 12 नंबर पर रामकृष्ण मीणा का नाम था जो कि जामवा रामगढ़ से भाजपा विधायक जगदीश नारायण मीणा के बेटे हैं। विधायक के बेटे का नाम लिस्ट में देखकर लोग हैरान रह गए। बता दें कि इस भर्ती के लिए 12,453 आवेदन आए थे, जिसमें 129 बीई पास इंजीनियर्स, 23 एलएलबी और 393 एम.ए. की पढ़ाई कर चुके लोग शामिल थे।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने इस चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता ने भर्ती प्रक्रिया को प्रभावित किया है। उन्होंने चयन प्रक्रिया की उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग भी की है।
वहीं, भाजपा विधायक जगदीश नारायण मीणा का कहना है कि चयन प्रक्रिया पारदर्शिता के साथ हुई है। इसमें कोई भी गड़बड़ी नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि अगर मैं अपने बेटे की मदद करता तो क्या उसे चपरासी के पद पर नियुक्त करवाता। मेरे बेटे ने सामान्य प्रक्रिया की तरह ही इस जॉब के लिए आवेदन किया था उसने इंटरव्यू दिया और अब उसका चयन हुआ है। रामकृष्ण ने बताया कि वह खेती करता था और पिता के बताए फील्ड का काम देखता था लेकिन पिता ने कहा विधानसभा में नौकरी कर ले तो मैंने अप्लाई कर दिया था और मेरा चयन हो गया।