भोपाल। वेतनमान सुधार, पेंशन रिवीजन और सेटलमेंट के साथ ही टावर कंपनी के निजीकरण के विरोध में बीएसएनएल कर्मचारियों का पांच दिवसीय राष्ट्रव्यापी सत्याग्रह मंगलवार से शुरु हो गया। पहले दिन कर्मचारियों ने न्यू मार्केट स्थित महाप्रबंधक कार्यालय के सामने दिनभर नारेबाजी करते केंद्र सरकार की नीतियों को जमकर कोसा।
इस मौके पर बीएसएनएल इंप्लाइज यूनियन के लोकल काउंसिल सचिव सलामत अली, जिलाध्यक्ष राशिद अली और प्रभारी जिला सचिव महेश रायकवार ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते मांगों के बारे में बताया कि कर्मचारियों को 1 जनवरी 2017 से थर्ड पीआरसी के साथ ही 15 प्रतिशत फिटमेंट लागू किया जाए। पेंशन रिवीजन का सेटलमेंट, सेकंड पीआरसी के शेष लंबित मुद्दों का निराकरण किया जाए। रायकवार ने कहा कि इसी तरह रिटायरमेंट उम्र 60 से घटाकर 58 साल की जा रही है, जिसको बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नेताओं और मंत्रियों पर उम्र का बंधन नहीं है, लेकिन बीएसएनएल कर्मियों को 58 साल में ही रिटायरमेंट थोपने की साजिश को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। इस मौके पर यूनियन के सुश्री महिमा यादव, राधेश्याम मीना, श्रीमती मंगला रेड्डी, बाबा मुंजेवार, नीता दत्ता,रतनलाल ढोके, उमर अली, वीएम पवार, रुकमिणी पाल, आशा सिंघल, लक्ष्मी नरवरे, रामसिह चौहान, शिवदत्त कटियार, प्रताप सिंह चौहान, रामदास धुर्वे, गयासुद्दीन, राजीव परिहार, अख्तर हुसैन, गोविंद शर्मा, राम सिंह आदि थे।
टावर कंपनी का निजीकरण
बीएसएनएल को बंद करके निजी कंपनी को सौंपने की साजिश का आरोप लगाते प्रभारी जिला सचिव महेश रायकवार ने कहा कि नई सब्सिडियरी कंपनी बनाई जा रही है। इससे सारे संसाधन और लागत तो बीएसएनएल के ही होंगे, लेकिन बीएसएनएल की हैसियत किराएदार जैसी होकर घाटे में डूबकर बंद हो जाएगा। ऐसे में बीएसएनएल को बचाने के लिए नई टॉवर नीति को लागू नहीं होने दिया जाएगा।