नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली-एन.सी.आर. में वर्ष 2017 में नई आवासीय परियोजनाओं की लांचिंग में भारी कमी आई और RESIDENTIAL PROPERTY की कीमतों में भी 9 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। इस दौरान हालांकि किफायती आवासीय परियोजनाओं में बढ़ौतरी दर्ज की गई। रिपोर्ट के अनुसार एन.सी.आर. में वर्ष 2017 की दूसरी छमाही में लांच किए गए आवासीय परियोजनाओं में गुरुग्राम की हिस्सेदारी प्रमुख रही क्योंकि 54 प्रतिशत परियोजनाएं गुरुग्राम में ही शुरू हुईं जबकि नोएडा में इसमें 77 प्रतिशत और ग्रेटर नोएडा में 76 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई। इस अवधि में फ्लैटों की औसत कीमतों में 9 प्रतिशत की गिरावट देखी गई।
इसमें कहा गया है कि वर्ष 2017 की दूसरी छमाही में फ्लैटों की इन्वैंट्री में 13 प्रतिशत की कमी आई, लेकिन जिस गति से इसमें कमी आई है उसके अनुसार एन.सी.आर. में अनबिके घरों के स्टॉक को खत्म करने में कम से कम 5 साल का समय लगेगा। दिसम्बर 2017 तक 1,66,831 तैयार मकान बिक्री के लिए उपलब्ध थे।
ऑफिस लीजिंग में 14 प्रतिशत की कमी दर्ज
रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2017 की दूसरी छमाही में ऑफिस लीजिंग में वाॢषक आधार पर 14 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई जबकि पूरे साल के दौरान 11 प्रतिशत की गिरावट रही। दिसम्बर में समाप्त दूसरी छमाही में लगभग 2.3 लाख वर्ग फुट का नया ऑफिस स्टॉक उपलब्ध हो गया जबकि मांग में कमी रही। एन.सी.आर. के प्रमुख ऑफिस स्पेस गुरुग्राम के डी.एल.एफ. साइबरसिटी और गोल्फ कोर्स रोड जैसे क्षेत्र में खाली स्पेस का स्तर एकल अंक में रहा।
वर्ष 2017 में एन.सी.आर. में हुए लीजिंग करार में गुरुग्राम की हिस्सेदारी 59 प्रतिशत रही जबकि नोयडा और दिल्ली के व्यावसायिक केन्द्र दूसरे स्थान पर रहे। इसके अनुसार, ऑफिस स्पेस बाजार में आई.टी./आई.टी.ई.एस. क्षेत्र का हिस्सा वर्ष 2017 में घटकर 18 प्रतिशत पर आ गया जो इस उद्योग के लिए अब तक न्यूनतम स्तर है। वर्ष 2017 में अन्य सेवा क्षेत्र का हिस्सा 49 प्रतिशत रहा।