भोपाल। इंदौर डीपीएस बस हादसे के बाद भी स्कूल प्रबंधन गंभीर नहीं हुए है। CARMEL CONVENT SCHOOL, BHEL जैसा प्रबंधन भी लापरवाही कर रहा है। उसने छात्राओं को लाने ले जाने वाले वाहनों के लिए कोई मापदंड तय नहीं किए हैं। चित्रांश पब्लिक स्कूल के वाहन में कॉर्मल स्कूल की छात्राओं को ले जाया जा रहा था। रास्ते में आरटीओ पाइंट लगा था। पुलिस को देख ड्राइवर वाहन और छात्राओं को बीच सड़क पर छोड़कर भाग गया। घटना के बाद गाड़ी में बैठीं करीब 15 छात्राएं रोने लगीं। वाहन की वजह से सड़क पर जाम लग गया। यह देखकर आरटीओ उड़नदस्ते के जवानों ने वाहन एक तरफ कराया और छात्राओं को वापस स्कूल तक पहुंचाया। इस कारण छात्राएं करीब 45 मिनट देर से घर पहुंच पाईं।
आरटीओ के उड़नदस्ते ने सोमवार को कॉर्मल कॉन्वेंट और कैम्पियन स्कूल के सामने नियम विरुद्ध चल रही मैजिक व वैनों की चेकिंग का अभियान चलाया। कार्मल कॉन्वेंट के सामने चेकिंग के डर से स्कूल वाहन (एमपी04 पीए 2854) का ड्राइवर राहुल यादव बीच सड़क पर वाहन को छोड़कर भाग गया। उड़नदस्ते ने वाहन को एक तरफ कर जाम हटाया और छात्राओं को वापस स्कूल तक पहुंचाया। स्कूल प्रबंधन को घटना की जानकारी दी। कुछ अभिभावकों को भी मौके पर बुलाकर छात्राओं को भिजवाया। आरटीआई तरूण प्रसाद भदौरिया ने बताया कि ड्राइवर का नाम राहुल यादव है। वाहन को जब्त कर लिया गया है।
परमिट व फिटनेस का कोई रिकॉर्ड नहीं
आरटीओ उड़नदस्ते ने कॉर्मल कॉन्वेंट के सामने जो वाहन जब्त किया है, वह समन्वय नगर स्थित चित्रांश पब्लिक को-एड स्कूल अवधपुरी का है। इसी वाहन से कॉर्मल कॉन्वेंट की छात्राओं को भी स्कूल छोड़ने व घर ले का काम किया जा रहा था। परिवहन विभाग की वेबसाइट में दर्ज जानकारी में वाहन का बीमा 25 सितंबर 2016 में खत्म हो चुका है। वहीं परमिट व फिटनेस का कोई रिकॉर्ड नहीं है।
45 मिनट देर से घर पहुंची छात्राएं
वाहन चालक के भागने के दौरान छात्राओं ने रोना शुरू कर दिया। जब उनका वाहन समय पर घर नहीं पहुंचा तो अभिभावक भी परेशान हुए। छात्राएं करीब 45 मिनट देर से घर पहुंची।
30 स्कूल वाहनों की चेकिंग, 8 जब्त की
आरटीओ उड़नदस्ते ने सोमवार को कुल 30 स्कूल मैजिक, वैन, तूफान वाहन की चेकिंग की। इसमें 8 वाहनों के परमिट, फिटनेस, बीमा नहीं मिले। साथ ही वाहन सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का पालन करते हुए नहीं पाए गए। उड़नदस्ते ने इन वाहनों को जब्त कर लिया है।
स्कूल प्रबंधन की लापरवाह
इस मामले में कॉर्मल कान्वेंट स्कूल प्रबंधन की लापरवाही प्रमाणित हो रही है। सवाल यह है कि छात्राओं के लिए आरक्षित स्कूल कैसे किसी भी वाहन को इस तरह की अनुमति दे सकता है।