
10वीं से ही छात्रों को मिलेगी SKILL EDUCATION
एआईसीटीई चेयरमैन प्रो. अनिल सहस्त्रबुद्धे ने बताया कि अब 10वीं के छात्र भी स्किल एजुकेशन में डिप्लोमा ले सकेंगे। यह उन्हीं इंस्टीट्यूट में मिलेगा, जो इसे चलाएंगे। दसवीं पास के लिए दो वर्षीय डिप्लोमा ऑफ वोकेशनल कोर्स और जो दसवीं उत्तीर्ण नहीं हैं, उनके लिए डिप्लोमा ऑफ स्किल कोर्स शुरू किया जाएगा।
वेद पुराण भी पढ़नें होंगे
ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन की तरफ से यह नया फरमान जारी किया गया है। इसके आदेश के अनुसार इंजीनियरिंग के छात्रों को अब तकनीक के साथ-साथ पुराणों, वेदों की जानकारी भी लेनी होगी। एआईसीटीई की ओर से जारी किए गए नए पाठ्यक्रम के अनुसार अब छात्रों को अपने पाठ्यक्रम के साथ वेद, पुराण और शास्त्र आदि का भी अध्ययन करवाया जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि पाठ्यक्रम में यह बदलाव इसी साल से किए जा सकते हैं।
थाॅट प्रोसेस को बेहतर बनाना मकसद
गौरतलब है कि इंजीनियरिंग के छात्रों को अनिवार्य कोर्स के साथ संविधान और पर्यावरण विज्ञान के बारे में भी जानकारी दी जा सकती है और इसकी परीक्षा में छात्रों द्वारा हासिल किए गए अंकों को उनके फाइनल मार्क्स में नहीं जोड़ा जाएगा। बता दें कि मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि पाठ्यक्रम को नए सिरे से तैयार किया गया है, क्योंकि अपडेटेड सेलेबस छात्रों का आधिकार है। भारतीय परंपराओं के ज्ञान वाले इन कोर्स में भारतीय दार्शनिक, भाषा, योग और कलात्मक परंपराओं पर ध्यान दिया जाएगा। जावड़ेकर ने इस पाठ्यक्रम को कोर्स में शामिल करने के पीछे छात्रों के थाॅट प्रोसेस, तर्क और इनफ्रेंसिंग के बुनियादी सिद्धांतों के बारे में बताना मकसद है।