रामबिहारी पाण्डेय/सीधी। प्रदेश सरकार के मुखिया के उस चुनौती को अधिकारी एवं कर्मचारियों ने स्वीकार करते हुए विरोध का स्वर मुखर किया है जिसमे मुख्यमंत्री ने 'कोई माई का लाल आरक्षण समाप्त नही' करने की चुनौती दी है। बढ़ते प्रभाव को देखते हुए प्रदेश सरकार के प्रशासनिक अमले मे से ही नगरीय प्रशासन के अपर सचिव इसकी कमान सम्हाले हुए हैं। वे संगठन को मजबूत करने के लिये रविवार की साम सीधी पहुंचे।
मुख्य अतिथि की आसंदी से बोलते हुए राजीव शर्मा ने कहा कि हमारा किसी राजनीतिक दल से कोई विरोध नही है। हम किसी के हितैषी भी नही है। जो राजनीतिक दल सपॉक्स के निर्धारित एजेंडे के साथ चलने को तैयार हो हम उन्ही के साथ है। हम तो माई के लाल हैं। हाईकोर्ट का फैसला लागू होना चाहिए। हम तो पदोन्नती मे आरक्षण के विरोध मे हैं।
इस अवसर पर सैंकड़ों प्रशासनिक अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। बता दें कि सपाक्स मप्र शासन के कर्मचारी/अधिकारियों का संगठन है जो प्रमोशन में आरक्षण के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है। मप्र हाईकोर्ट द्वारा प्रमोशन में आरक्षक को अवैध करार देते हुए समाप्त करने के आदेश दिए गए थे, लेकिन अजाक्स के एक कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह ने ऐलान किया कि 'कोई माई का लाल आरक्षण नहीं रोक सकता' और फिर सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर कर दी। इसी के बाद अजाक्स का जवाब देने के लिए सपाक्स का गठन किया गया।