
उद्यमी बनने की मिलेगी ट्रेनिंग
एआईसीटीई इंजीनियरिंग छात्रों को उद्यमी बनने के लिए ट्रेनिंग देगी। इसके लिए काउंसिल इंजीनियरिंग के सभी ब्रांच के छात्रों के लिए MANAGEMENT, MARKET STUDY, PRODUCT DEVLOPMENT और FINANCE में COURSE शुरू करेगा। इसके अलावा छात्रों को सॉफ्ट स्किल जैसे संवाद करना, नए प्रोडक्ट को लांच करना और उपभोक्ता से फीडबैक लेने की TRANING भी दी जाएगी। हर कॉलेज के लिए स्टार्टअप को प्रमोट करना अनिवार्य होगा। इसके लिए कॉलेज नीति आयोग या विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग से फंड की मांग कर सकते हैं। कॉलेज चाहें तो खुद के फंड से भी इस काम को कर सकते हैं। कॉलेजों को अपने परिसर में इंक्यूबेटर स्थापित करना होगा और छात्रों की ट्रेनिंग दिलवाने की पूरी व्यवस्था करनी होगी।
बड़े हैकथॉन का होगा आयोजन
सहस्रबुद्धे ने कहा कि काउंसिल छात्रों के विचारों को बढ़ावा देने के लिए इस साल बड़े हैकथॉन का आयोजन करेगा। पिछले साल आयोजित किए गए हैकथॉन में 40 हजार विद्यार्थी अपने आइडिया और सुझावों के साथ आए थे। ये आइडिया और सुझाव 29 सरकारी विभागों की 600 समस्याओं के समाधान पर आए थे। हैकथॉन में छात्रों ने लगातार 36 घंटे तक चर्चा करने के बाद अपने सुझाव दिए थे। इसके लिए देशभर में 26 केंद्र बनाए गए थे। 1400 टीमों की ओर से दिए गए आइडिया में से 10 हजार आइडिया को चुना गया था। इनमें से 50 को विभिन्न विभागों ने लागू भी किया था। इस साल 45 सरकारी विभागों और 22 राज्य सरकारों ने हैकथॉन के लिए काउंसिल के पास अपना प्रॉब्लम स्टेटमेंट भेज दिया है। इस साल हैकथॉन के लिए 30 से 40 केंद्र देशभर में बनाए जाएंगे। इस साल सॉफ्टवेयर के साथ हार्डवेयर हैकथॉन भी करवाया जाएगा।
ENGENDERING COLLEGE को BSC कोर्स चलाने की अनुमति देगी एआईसीटीई
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) इंजीनियरिंग कॉलेजों को बीएससी कोर्स चलाने की अनुमति देने पर विचार कर रही है। एआईसीटीई के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार जिन इंजीनियरिंग कॉलेजों में भारी संख्या में सीटें खाली हैं उन्हें बीएससी कोर्स चलाने की अनुमति दी जाएगी, लेकिन इसके लिए उन्हें काउंसिल को एक ठोस प्रपोजल सौंपना होगा। एआईसीटीई के मेंबर सेक्रेटरी ने कहा, जिन इंजीनियरिंग कॉलेजों के पास इंफ्रास्ट्रक्चर है, लेकिन खराब इनरोलमेंट के कारण जिन्होंने अपने कई प्रोग्राम बंद कर दिए हैं वे एआईसीटीई को बीएससी कोर्स शुरू करने के लिए प्रस्ताव भेज सकते हैं। काउंसिल इंजीनियरिंग कॉलेजों को कोई प्रोग्राम बंद करने के लिए नहीं कहेगी, लेकिन अगर कॉलेजों के पास अतिरिक्त इंफ्रास्ट्रक्चर है तो वे इसे कोई नया कोर्स शुरू करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। एआईसीटीई ने हर प्रोग्राम को चलाने के लिए कुछ मानक तय किए हैं जिन्हें पूरा करना जरूरी है।