आंनद ताम्रकार/बालाघाट। कृषि उपज मंडी समिति वारासिवनी में वर्ष 2010-11 में कृषक भोजनालय में भोजन कूपन की आड़ में हुये लाखों रूपये के घोटाले में संलिप्त आरोपियों के विरूद्ध एक सप्ताह के अंदर पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाकर प्रकरण से संबंधित दस्तावेज पुलिस को सौंपे जायेगें। ततसंबंध में अवगत कराते हुये श्री नागेष सिंह उपसंचालक राज्य कृषि विपणन बोर्ड जबलपुर ने बताया की इस संबंध में प्रबंध संचालक मंडी बोर्ड से आवश्यक निर्देष प्राप्त हो गये है।
यह उल्लेखनीय है कि वर्ष 2010-11 में मंडी प्रांगण में संचालित ओमसांई कृषक भोजनालय के प्रो.विक्की ऐडे पर आरोप है कि मंडी कर्मचारियों एंव अधिकारियों के साथ मिलकर भोजन कूपन के माध्यम से आर्थिक अनियमिततायें की हैं। इस मामले में सचिव कृषि उपज मंडी की ओर से विक्की ऐडे को पत्र लिखकर 10 लाख 47 हजार 954 रूपये के हुये अनियमित भुगतान की वसूली हेतु अनेक पत्र दिये जा चुके हैं लेकिन उसके द्वारा वसूली की जाने वाली राशि आज तक जमा नही की गई।
इस संबंध में सचिव द्वारा मार्च 2017 में थाना प्रभारी को पत्र लिखकर प्रो.विक्की ऐडे के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कर आपराधिक प्रकरण कायम करने हेतु पत्र लिखा गया था। जिसके तारत्म्य में थाना प्रभारी वारासिवनी द्वारा सचिव को पत्र लिखकर मामले से संबंधित दस्तावेज उपलब्ध कराये जाने को कहा गया था। चूंकि प्रकरण से संबंधित दस्तावेज प्रबंध संचालक के अवलोकनार्थ मुख्यालय प्रेषित किये गये थे जिसके कारण पुलिस में प्रकरण अब तक लटका रहा है।
उपसंचालक श्री नागेष सिंग द्वारा फोन पर उक्ताशय की जानकारी दिये जाने के बाद इस मामले से जुडे दस्तावेज उपलब्ध होते ही आरोपियों के विरूद्ध आपराधिक प्रकरण कायम कर उनके विरूद्ध शीध्र कार्यवाही किये जाने की संभावना प्रबल हो गई है। विक्की ऐडे नगर कांग्रेस कमेटी वारासिवनी का अध्यक्ष हैं।