भोपाल। दिल्ली यशवंतपुर दुरंतो की बी-1 कोच में सॉफ्टवेयर कंपनी के मैनेजर फरहान खान का बैग चुराकर फिरौती वसूलने वाले मामले में नई कहानी सामने आई है। पता चला है कि लुटेरे झांसी में स्टेशन के आसपास ही थे, झांसी जीआरपी को सूचना भी दी गई परंतु जीआरपी ने कहा कि पहले एफआईआर दर्ज करवा लो, फिर जांच करेंगे और पकड़ लेंगे। शिकायकर्ता का कहना है कि सामान के बदले 10 हजार रुपए पेटीम से लेने कोशिश में बदमाश को करीब तीन घंटे तक मोबाइल पर इंगेज रखा, लेकिन जीआरपी बदमाश की लोकेशन ही ट्रेस नहीं कर पाई।
जानकारी के मुताबिक मंगलवार को दुरंतो से सफर कर रहे फरहान का आगरा स्टेशन के बाद बैग चोरी कर लिया गया था। बी-1 बोगी में हुई वारदात के बाद बदमाश ने उन्हें कॉल कर सामान लौटाने के एवज में फिरौती मांगी थी। फरहान के पिता रिटायर्ड कर्नल इरफान खान ने बताया कि इस संबंध में सुबह 11 बजे ट्रेन के टीटीई से शिकायत कर दी गई। इसके बाद फिरौती की रकम देने के बहाने उसे दोपहर 2 बजे तक इंगेज रखा। इसका मकसद ये था कि जीआरपी बदमाश की लोकेशन ट्रेस कर उसे पकड़ सके।
झांसी जीआरपी से बात हुई तो उनका कहना था कि पहले आप एफआईआर दर्ज करवा लो, इसके बाद जांच कर आरोपी को पकड़ लेंगे। रिटायर्ड कर्नल का आरोप है कि यदि पुलिस फौरन उसकी लोकेशन तलाश लेती तो उसे फिरौती देने से पहले ही पकड़ा जा सकता था। पुलिस ने ऐसा नहीं किया और वह फिरौती लेकर फरार हो गया।