लंदन। पिछले एक दशक से ब्लड कैंसर से जूझ रही महिला को आखिरकार इस बीमारी से छुटकारा मिल ही गया और वो भी हल्दी की मदद से। लंदन निवासी 67 साल महिला डिएनेके फर्ग्यूसन कई सालों से BLOOD CANCER से पीड़ित थी। उसने कई DOCTRS से इलाज (TREATMENT) भी कराया लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। हल्दी (AYURVEDA) की मदद से पूरी तरह ठीक होने के बाद डिएनेके अब पहले की तरह जीवन जी रही है। डॉक्टरों का कहना है कि यह पहला ऐसा मामला है जहां महिला किसी की इस तरह के इलाज से ठीक हुई हो यानी किसी मसाले का उपयोग कर।
कीमोथैरेपी के तीन राउंड औप चार स्टेम सेल्स ट्रांसप्लांट्स होने के बाद भी, उनका कैंसर तेजी से फैल रहा था लेकिन इसी बीच रोजाना 8 ग्राम करक्यूमिन का डोज लेना शुरू किया जो कि हल्दी में पाया जाता है। यही कम्पाउंड हल्दी के पीले रंग का कारण है। कैंसर की वजह से इस महिला को बैक पेन भी रहने लगा था। डिएनेके का कहना था कि उन्होंने साल 2011 में इंटरनेट पर रेमेडी देखी थी और उसके बाद ही उसका इस्तेमाल करने के बारे में सोचा।
लंदन के बार्ट्स हेल्थ एनएचएस ट्रस्ट के उनके डॉक्टरों ने ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में लिखी एक रिपोर्ट में बताया है कि यह पहली बार है जब कैंसर का इलाज करक्यूमिन से संभव हो पाया है। बता दें कि भारत के आयुर्वेद में कैंसर जैसे रोग से लड़ने के लिए कई उपाय बताए गए हैं। हल्दी मूलत: एक आयुर्वेदिक उत्पाद है जिसे घरों में मसाले के रूप में उपयोग किया जाता है। हल्दी को बेहतरीन एंटीबायोटिक भी माना जाता है। भारत में हल्दी से कई बीमारियों को उपचार किया जाता है।